जब हम तरंगों की बात करते है तो एक खूबसूरत सा ऐहसास, हृदय की सतह पर, स्वतः ही गुलाटियां मारने लगता हैं।
वैसे तो तरंगों का कोई एक आकर या स्वरूप नहीं होता। लेकिन जल, मन व पवन जैसी विशेष महाशक्तियों को भी ऊर्जा का आभास करने वाली चीज का नाम है तरंग। अतः यह अंनत ऊर्जा का ऐसा महाव्यापक भंडार हैं जो मन की नकारात्मकता से लेकर गगनचुंबी पर्वत के चट्टानी घमंड तक को आसानी से पराजित कर जीवन की सार्थकता का नया आयाम लिखता हैं। इस पुस्तक के माध्य्म से भी, सभी सम्मिलित कलमकारों ने अपनी-अपनी रचनाओं का उपयोग कर आप के मन की शांत अवस्था में ऊर्जा की कुछ तरंगें पैदा करने का पर्यास किया हैं।
ताकि आप की मजबूती मुश्किलों के लिए एक साहसिक चुनौती बन सकें।