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Vanaushadhi Darpan / वनौषधि दर्पण Concise book of Dravyaguna Plants

Author Name: Dr. Ajay Kumar, डॉ० टीना सिंघल | Format: Paperback | Genre : Educational & Professional | Other Details
द्रव्यगुण आयुर्वेद का मूल विषय है। 'द्रव्यगुण' दो शब्दों से मिलकर बना है - 'द्रव्य' तथा 'गुण'। औषधियाँ अपने रस, गुण, वीर्य, विपाक और प्रभाव के द्वारा शरीरान्तर्गत सत्नीव घटकों के साथ सजातीय स्वरूप में अनायास घुल मिलकर अपना इष्ट कार्य करती है। इसके अन्तर्गत औषधीय पादपों - उनकी पहचान, गुण तथा उपचारात्मक उपयोगों का अध्ययन किया जाता है। आयुर्वेद का मत है कि किसी औषधि का प्रभाव उसके किसी एक घटक के अकेले के प्रभाव से प्रायः भिन्न होता है। आयुर्वेद में वनस्पतियों के गुणागुणों को पाँच भागों में भाँटा गया है- रस , गुण , वीर्य , विपाक और प्रभाव । द्रव्यगुण के अध्ययन के लिए बहुत से ग्रन्थ लिखे गए है लेकिन वो सभी इतने विस्तृत है की उन सभी का अध्ययन भी एक दुष्कर कार्य है। इन्ही बातो का ध्यान रखकर इस पुस्तक की रचना संक्षेप में की गयी है जिससे कम समय में सभी चीजों का ज्ञान प्राप्त किया जा सकें।
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डॉ० अजय कुमार, डॉ० टीना सिंघल

डॉ अजय कुमार, वर्तमान में राजकीय स्नातकोत्तर आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय , वाराणसी के कायचिकित्सा एवं पंचकर्म विभाग में प्रवक्ता के पद पर कार्यरत है। इन्होंने आयुर्वेदाचार्य की शिक्षा इसी महाविद्यालय से 2005 में पूरी की तथा इसके बाद काशी हिंदू विश्वविद्यालय से कायचिकित्सा विषय मे एम. डी. और पी.एच. डी. की पढ़ाई पूरी की । इनका मुख्य कार्यक्षेत्र हाइपरटेंशन, कार्डियो-रेस्पिरेटरी और मधुमेह रहा है । इसके पूर्व में इनकी दो पुस्तके “हाइपरटेंशन इन आयुर्वेद” और “मेल इनफर्टिलिटी एंड मैनेजमेंट” पब्लिश हो चुकी है। अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर की पत्रिकाओं में लगभग 20 शोध पत्र प्रकाशित हो चुके है ।राष्ट्रीय स्तर के सामचार पत्रों में १०० से भी अधिक हेल्थ सम्बंधित खबरे लिख चुके है | इन्होंने लगभग 30 से अधिक सेमिनारो में व्याख्यान प्रस्तुत किया है, तथा कई सेमिनार भी आयोजित करा चुके है। हिमालय हर्बल हेल्थ केअर द्वारा “जीवक अवार्ड” तथा चरक फार्मा द्वारा “आयुरमेधा अवार्ड” से भी सम्मानित किया जा चुका है। सन 2018 में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के रचना शारीर विभाग एवं बैकुंठी आयुष रिसर्च एंड सोशल वेलफेयर सोसाइटी , लखनऊ के संयुक्त कॉन्फ्रेंस में डॉ अजय कुमार को आयुर्वेद के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए "आयुष गौरव" सम्मान से सम्मानित किया गया।
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