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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Pal
Hello everyone I am Dr. Daisy Chaliha and kindly informing you that this is my second poetry book. In this book, you will get to experience a mixture of feelings of love, pain, guilt, regret,hope, unfulfilled wishes and dreams and much more that you can relate to yourself. I hope that you will like this book of love poetry written by me.
Hello everyone I am Dr. Daisy Chaliha and kindly informing you that this is my second poetry book. In this book, you will get to experience a mixture of feelings of love, pain, guilt, regret,hope, unfulfilled wishes and dreams and much more that you can relate to yourself. I hope that you will like this book of love poetry written by me.
"क्वारंटीन लव स्टोरी" मोहम्मद ज़ीशान द्वारा लिखी गई और जहांवी सक्सेना द्वारा अनुवादित एक मोहक दुनिया में डूब जाइए। यह आकर्षक पुस्तक वैश्विक महामारी के माहौल में प्यार, सहनशीलत
"क्वारंटीन लव स्टोरी" मोहम्मद ज़ीशान द्वारा लिखी गई और जहांवी सक्सेना द्वारा अनुवादित एक मोहक दुनिया में डूब जाइए। यह आकर्षक पुस्तक वैश्विक महामारी के माहौल में प्यार, सहनशीलता और संबंधों की ताकत का पता लगाती है। क्वारंटीन के दौरान दो व्यक्तियों की यात्रा का पालन करें, जो क्वारंटीन में समाधान, आशा और अप्रत्याशित प्यार खोजते हैं। यह किताब गीतिका संगत भाषा और हृदयस्पर्शी कथानक से भरी हुई है, जो आपके दिल को छू जाएगी और सबसे कठिन समयों में भी मानवीय संबंधों की ताकत को याद दिलाएगी। इस अविस्मरणीय कहानी में खुद को डुबो जाएं, जो प्यार की प्रभावशीलता में विश्वास करने को विचलित करेगी। ऑनलाइन खरीदारी के लिए अभी उपलब्ध है।
मैं मोहम्मद ज़ीशान दिल्ली का निवासी हूँ, क़लम की कारीगरी की पहचान बताता हूँ । मैं ख़ुद को ख़ुश-क़िस्मत समझता हूँ, जो मुझे बेहद अच्छे ग़ज़ल-कारों का साथ मिला,जिन्होनें इस नायाब क़िताब "ता- ह
मैं मोहम्मद ज़ीशान दिल्ली का निवासी हूँ, क़लम की कारीगरी की पहचान बताता हूँ । मैं ख़ुद को ख़ुश-क़िस्मत समझता हूँ, जो मुझे बेहद अच्छे ग़ज़ल-कारों का साथ मिला,जिन्होनें इस नायाब क़िताब "ता- हद्द-ए-नज़र"को मुक़म्मल करने में मदद की ।
इस क़िताब में क़लम की कारीग़री से हर इक शख़्स ने ज़ज़्बातों को बेहद ही उम्दा तरीके से इस क़िताब के लफ़्ज़- लफ़्ज़ को ख़ास बना दिया । सब शायरों की महफ़िल ने एक उरूज़ -ए- एहसासों से रू- ब -रू कराया है । उन्होंने अपनी ग़ज़ल और शायरियों के ज़रिए उन्हें उम्दा और बेहतरीन बनाने में अपना अहम् क़िरदार निभाया है जो कि बेहद क़ाबिल- ए – तारीफ़ है ।
इन सभी के ख़्यालों में छिपे ग़म – ए - हालात से ख़्वाहिशों की तिश्नगी तक का सफ़र तय किया गया है । तो हम सभी की यह गुज़ारिश है आप उन सभी पढ़ने वालों से जो हमें पढ़ रहे हैं, इस क़िताब के ज़रिए से तो ख़ुद को रू-ब-रू कराएं इससे और इसमें लिखे गए हर इक लफ़्ज़ को सराहें अपने लफ़्ज़ों से और सोच से हमारे सभी क़लम के कारीग़रों की महफ़िल में ख़ुद को सजाकर हमें ख़ुशनसीबी से नवाज़े । यही हमारी दिली तमन्ना है और अब हम सभी आपसे अलविदा लेते हैं आप सभी को हम सभी का सलाम है जाते – जाते दो मिसरे हमारी तरफ़ से |
नमस्कार, आदाब और आप सभी को मेरा सलाम मैं मोहम्मद ज़ीशान आप सभी को यहाँ बता देना चाहता हूँ इस क़िताब के बारे में यह क़िताब किसी भी तरह से किसी जाती, धर्म और किसी भी तरह के भेद भाव को बढ़ाव
नमस्कार, आदाब और आप सभी को मेरा सलाम मैं मोहम्मद ज़ीशान आप सभी को यहाँ बता देना चाहता हूँ इस क़िताब के बारे में यह क़िताब किसी भी तरह से किसी जाती, धर्म और किसी भी तरह के भेद भाव को बढ़ावा नहीं देती हैं इस क़िताब में लिखीं सभी रचनाएं लेख़क की ख़ुद की लिखीं हुई हैं, अगर आपको इसमें किसी भी रचना ने आहत किया है तो उन सभी की तरफ़ से मैं आप सभी से मांगता हूँ
As I told you, my name is Neha Siddiqui, I met Mohammed Zeeshan during my college days, I didn't even remember how we met each other, but when we read this book, it was as if, it was like, it was all about yesterday' s time, so I don't even know when we met. It's been four to five years, today's date is 9th April 2022 when I came to know that Mohammad Zeeshan has written a book, in fact, this book is not written by Mohammad Zeeshan but everything written in it
As I told you, my name is Neha Siddiqui, I met Mohammed Zeeshan during my college days, I didn't even remember how we met each other, but when we read this book, it was as if, it was like, it was all about yesterday' s time, so I don't even know when we met. It's been four to five years, today's date is 9th April 2022 when I came to know that Mohammad Zeeshan has written a book, in fact, this book is not written by Mohammad Zeeshan but everything written in it is his word because there are some things that I have written myself, but only Mohammad Zeeshan. Because, there are some things in this book that I did not even know about, as in the beginning, all those things were written by Mohammed Zeeshan, who told me that my journey so far to write this book was very difficult because, there are things of college days. It was not possible until after four to five years , for me, we have cooperated fully with each other in writing this book and in writing this book, we have both chosen simple and easy words which, everyone can easily understand and this book is in two parts. Along with English, Hindi language has also been used, this book is not just a book, it is a bundle of the memories of the college of both of us, which I would never want to forget and maybe you were also in my place, you people would not want to forget your school or college memories.
Author name Neha Siddiqui
नग़मा परवीन
नाम हमारा नग़मा परवीन है यह लिखना और
लिखाना हमारा काम है,वैसे तो हमनें बहुत सी
शायरी ग़ज़लें और नज़्में लिखीं हैं लेकिन आज हमें
बहुत ख़ुशी हो रही है आपको बत
नग़मा परवीन
नाम हमारा नग़मा परवीन है यह लिखना और
लिखाना हमारा काम है,वैसे तो हमनें बहुत सी
शायरी ग़ज़लें और नज़्में लिखीं हैं लेकिन आज हमें
बहुत ख़ुशी हो रही है आपको बताते हुए कि, हमारी
ज़िन्दगी की पहली क़िताब आज छपने जा रही है जिस को
लेकर हम बहुत ख़ुश हैं और हम आपको यह भी
अपनी तरफ़ से, यह भी बता देना चाहते हैं कि,
आप सभी को यह क़िताब बेहद पसंद आएगी और
आप लोग अपने क़ीमती वक़्त में से थोड़ा सा
वक़्त हमारी इस क़िताब को देंगे !!
इस क़िताब में आपको मोहब्बत, ज़िन्दगी,
ख़्वाब, ख़्वाहिशें, और भी बहुत पढने को मिलेगा
जो आप लोगअपने आप से जोड़ पायेंगें और
उसे महसूस कर पायेंगें !!
उम्मीद करते हैं कि, आपको यह क़िताब
बहुत पसंद आई, और शुक्रिया आपका
जो आपने हमारी इस क़िताब को अपना
क़ीमती वक़्त दिया शुक्रिया !!
नमस्कार दोस्तों मैं मोहम्मद जीशान और आप सभी को यह बताते हुए बेहद ख़ुशी हो रही है कि मुझे एक बार फ़िर आप सभी से मिलने का मौक़ा मिल रहा है अपनी एक और क़िताब के ज़रिये इस क़िताब में आपको किसी
नमस्कार दोस्तों मैं मोहम्मद जीशान और आप सभी को यह बताते हुए बेहद ख़ुशी हो रही है कि मुझे एक बार फ़िर आप सभी से मिलने का मौक़ा मिल रहा है अपनी एक और क़िताब के ज़रिये इस क़िताब में आपको किसी के उजले आंसूं किसी की तन्हाई किसी का दर्द और भी बहुत कुछ पढ़ने और उसे महसूस करने को मिलेगा !!
नमस्कार आदाब और आप सभी को मेरा सलाम मोहम्मद ज़ीशान मेरा नाम है शायरी, नज्में और ग़ज़लें लिखना मेरा काम है वैसे तो मैं रहने वाला इक गाँव का हूँ जहाँ बहती रहती है जहाँ हवा और पेड़ों की छा
नमस्कार आदाब और आप सभी को मेरा सलाम मोहम्मद ज़ीशान मेरा नाम है शायरी, नज्में और ग़ज़लें लिखना मेरा काम है वैसे तो मैं रहने वाला इक गाँव का हूँ जहाँ बहती रहती है जहाँ हवा और पेड़ों की छाँव है मैं कहता कि मैं कि रहने वाला उस छांव का हूँ,, मगर कुछ वक़्त पहले ही मैं दिल्ली शहर में आ गया और ये शहर मुझे बहुत ख़ूब भा गया, यहीं से मैंने लिखना शुरू किया था,, इसलिए अब अपने दिल की बातें मैं लफ़्ज़ों में कहता हूँ और दिल वालों की दिल्ली के शहर में रहता हूँ,,
ये लिखना लिखाना मेरी आदत नहीं थी मैं भी लिखता कुछ ख़ास इतनी भी मुझ में ताक़त नहीं थी,अब तो मैनें इसे अपनी आदत बना लिया है
जो देती रहे मेरी रूह तक को सुकूं ऐसी मैनें इसे इबादत बना लिया है,,
Best shayari’s
ज़रा सी फ़ैली है स्याही ज़रा से बिख़रे हम भी हैं,,
ये ग़ज़ल, नज़्म और ये शायरी सिर्फ़ शायरी नहीं
इसमें छिपे हम भी हैं!!
ये हमारे लफ़्ज़ सिर्फ़ लफ़्ज़ नहीं ये लिखी हमनें कहानी है,,
हमारी ग़ज़लें, नज़्में और हमारी लिखी ये और हमारी ही
ज़ुबानी हैं
माना कि हमारे और आपके दरिमियां अभी दूरी है,,
क्या करें अब ये तो बस हालातों की मजबूरी है,,
बेशक़
भूल जाओ सब कुछ मगर ये क़िताब पढ़ना ज़रूरी है!!
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