शहद की फ़ीकी लक़ीर (मोनोलॉग)
By Devesh Path Sariya in Mythology | পড়ার জন্য : 35,068 | পছন্দ: 729
शीर्षक: शहद की फ़ीकी लक़ीर (मोनोलॉग) तुम्हारी स्मृतियों की छूट गई लकीर से बना एक शब्दचित्र है। गद्य है। सारी उलझन इस  বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Jun 11,2022 08:17 PM
आवाज़
By Navin Rangiyal in Fantasy | পড়ার জন্য : 16,196 | পছন্দ: 81
आवाज़ मैं बचपन में अपने से बड़ी उम्र के लड़कों और लफंगों के साथ रहा, मैं महज सात साल का था, लेकिन तकरीबन जवान हो चुके लड़क  বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Jul 8,2022 08:51 PM
डोम
By Lakhan Raghuvanshi in Romance | পড়ার জন্য : 37,402 | পছন্দ: 420
  डोम वो अपने बारे में हर बात इतनी सहज और सामान्‍य तरीके से बताती है कि सबकुछ असामान्‍य सा लगता है। उसकी बात सुनत  বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Jul 10,2022 06:54 PM
आँगन की नमी
By itsmesarita78 in Women's Fiction | পড়ার জন্য : 8,170 | পছন্দ: 20
संभल संभल पग धारो पधारो मंगल द्वारे हे दुल्हिन रानी पधारो जेठ महीने दुल्हिन उतारती गाँव भर की औरतें। ये धरमुपुर -क  বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Jul 9,2022 11:55 PM
ठंडक
By Alok Kumar Mishra in Life Journey | পড়ার জন্য : 13,415 | পছন্দ: 96
ठंडक उसकी धड़कनें सामान्य से दुगुनी रफ़्तार में भागे ही जा रहीं थीं। ऐसा नहीं था कि रिक्शे में बैठने से पहले वह कोई भ  বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Jun 25,2022 12:06 PM
'अमल' - ज़िन्दगी में वापसी की उम्मीद
By Tapasya Bhatt Kapur in Women's Fiction | পড়ার জন্য : 5,955 | পছন্দ: 9
आज सूर्य ला सकता है जीवन में उम्मीद की किरण। उसने सूर्य में ढूँढ़ा अपने पिता को। पहाड़ उसे अपने सीने से लगा कर ले सकते   বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Jul 1,2022 07:34 PM
अपराधबोध
By Neerav in Romance | পড়ার জন্য : 8,334 | পছন্দ: 0
प्यार के उन दिनों में घनघोर आशावादी हो गया था, बिलकुल अपनी माँ की तरह। वह दिन की निराशा में आशा की रात बुनती रहती थी।   বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Jul 9,2022 09:39 PM
सन्दूक
By yogeshdhyani85 in True Story | পড়ার জন্য : 7,363 | পছন্দ: 11
धीरे धीरे पुराना सब हटा दिया गया था। कपड़े धोने की मुगरी , मसाला पीसने का सिल, टेप रिकार्डर.....समय के साथ जो भी अप्रासं  বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Jul 6,2022 08:36 PM
छूटे हुए लोग
By deepika.ghildi85 in Young Adult Fiction | পড়ার জন্য : 10,385 | পছন্দ: 35
सात पहाड़ियों से घिरा ये गाँव जैसे किसी चिड़िया के डैनों में छिपा उसका बच्चा, इनमें से एक के पीछे से सूरज निकलता और दे  বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Jul 10,2022 04:14 PM
अंडा भात- मध्याहन भोजन
By DEEPAK SINGH in Children's Literature | পড়ার জন্য : 18,795 | পছন্দ: 3
माँ हम नहीं जाएंगे स्कूल। मेरा मन नहीं है - यह कहते हुए मंगला ने माँ से स्कूल नहीं जाने के लिए गुहार की। मंगला की माँ   বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Jun 11,2022 05:10 PM
जीवाश्म
By maheshtheatre in True Story | পড়ার জন্য : 4,850 | পছন্দ: 8
  प्रेम जब शेष दुनिया सुदूर ग्रहों पर जीवन की संभावना तलाश कर रही थी, उसी दौरान ब्रह्मांड के सबसे चर्चित ग्रह पर एक  বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Jul 10,2022 11:49 PM
श्याम वर्ण के दर्पण
By Dr Arti 'Lokesh' in Women's Fiction | পড়ার জন্য : 9,482 | পছন্দ: 32
“नेमु! दो कप चाय ले आ गार्डन में।” अपने घुँघराले बालों को लपेटकर जूड़े का रूप देते हुए स्वर्णलेखा सीढ़ियों से उतरी  বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Jul 4,2022 02:25 PM
पंख अभी सलामत हैं
By Anurag Anant in Fantasy | পড়ার জন্য : 8,813 | পছন্দ: 10
तो एंजेल ने सोचा कि उसके मर जाने के बाद लोग क्या सोचेंगे? क्या करेंगे? क्या कहेंगे? उसके विचार में आजकल मृत्यु बहुत आ  বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Jul 6,2022 10:03 PM
जुगनू
By Shubham Negi in Young Adult Fiction | পড়ার জন্য : 9,942 | পছন্দ: 12
सूरज ढला, चाँदनी डरी, शमों की लवें कतरी गयीं जुगनुओं के एक टोले से पर सुबह तक रोशनी रही - आशीष उसके नाम का बुलावा आता ह  বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Jun 19,2022 09:27 AM
ऐसा भी होता है क्या ?
By roopvanitapas in Life Journey | পড়ার জন্য : 7,437 | পছন্দ: 22
मैंने एक रोते हुए बच्चे को अपनी माँ की तरफ़ भागते हुए देखा वह भागते-भागते गिर जा रहा था उसकी हथेलियाँ बहुत गंदी थीं उ  বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Jul 8,2022 02:38 PM