Women's Fiction

रुख़सार
By Nirpendra Sharma in Women's Fiction | পড়ার জন্য : 3,652 | পছন্দ: 1
साल 1992 उत्तरप्रदेश का एक छोटा सा गांव -"अम्मी...! अम्मी आप समझाइये ना अब्बू को...।" रुखसार अपनी बड़ी-बड़ी काली आँखों में मोट  বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Jun 11,2022 08:36 PM
पतित्व
By Pvjt in Women's Fiction | পড়ার জন্য : 4,026 | পছন্দ: 2
मेरे कॉलेज में तो मैने किसी से फ्लर्ट क्या दोस्ती भी नहीं की। सरिशा में तेरी मां हूं लेकिन पहले एक स्त्री हूं,आज तेर  বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Jun 12,2022 05:48 PM
नीले वृत्त के केंद्र में स्पंदन
By deepti.asha in Women's Fiction | পড়ার জন্য : 4,129 | পছন্দ: 14
 बलिया वाले सभी लोग उतर जाएँ ।  बस कंडक्टर ने आदेशात्मक आवाज लगई ।  कंचन अपनी महिला मित्र जिसे वो प्यार से रुचि  বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Jun 12,2022 11:54 PM
वो जो कल रात आई थी!!
By Archana Pandey in Women's Fiction | পড়ার জন্য : 3,366 | পছন্দ: 1
नीलेश वो देखो उस महिला को सड़क के किनारे इतनी रात गए बैठी है! चलो ना देखते हैं" "चारु रहने दो ना किस झमेले में फंस रही   বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Jun 13,2022 02:20 PM
बीमार बेटे की माँ
By sumanbajpayee20 in Women's Fiction | পড়ার জন্য : 2,969 | পছন্দ: 1
बीमार बेटे की माँ   शालिनी एग्जाम हॉल में सबसे पीछे अपनी सीट पर चुपचाप बैठ गयी। कक्षा के कुछ परीक्षार्थी परीक्ष  বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Jun 13,2022 10:03 PM
पिया का घर
By gayatrishuklabrighton in Women's Fiction | পড়ার জন্য : 4,507 | পছন্দ: 0
सालों बाद नीता और पलक की मुलाकात हुई वो भी इत्तेफाक से। दोनो बचपन की सहेलियाँ थीं। एक ही मोहल्ले में आस - पास घर था इस  বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Jun 14,2022 10:11 AM
रंगीन पेंसिलें
By gayatrishuklabrighton in Women's Fiction | পড়ার জন্য : 3,576 | পছন্দ: 0
शहर के नामी होटल के हाॅल में सुप्रसिद्ध कलाकार मनी की चित्रकला प्रदर्शनी का लोकार्पण था। विनिता भी आमंत्रित थी। च  বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Jun 14,2022 11:08 AM
दो टके की कमाई
By saroj90137172170 in Women's Fiction | পড়ার জন্য : 3,321 | পছন্দ: 0
"यह क्या सारे घर में तुम चिथड़े से फैला कर रखती हो । मैंने कितनी बार कहा जब मैं आऊं तो मुझे घर साफ सुथरा चाहिए।" प्रका  বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Jun 14,2022 10:23 PM
मेरी चांदनी हो तुम
By Samar Fatma in Women's Fiction | পড়ার জন্য : 53,455 | পছন্দ: 5,234
अस्पताल में अफरातफरी का माहौल बना हुआ था। कुछ ही देर में डॉक्टर ने बताया के लड़की ने जन्म लिया है। ख़ुशी  का माहौल   বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Jun 14,2022 01:54 PM
अजन्मी सेल्फी
By Manisha Singh in Women's Fiction | পড়ার জন্য : 3,840 | পছন্দ: 3
कहानी.                                               &n  বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Jun 14,2022 03:45 PM
कौन सही
By Meenu kaur in Women's Fiction | পড়ার জন্য : 57,947 | পছন্দ: 16
                              कौन सही मेताइन के पिता की मृत्यु हो गई थी। घर के बाहर सीढ़ियों पर ही उनके प्  বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Jun 14,2022 05:19 PM
महुआ
By Vinod parashar in Women's Fiction | পড়ার জন্য : 3,333 | পছন্দ: 0
महुआ गुड्डन भी अपने लकवा ग्रसित पति को लेकर पल्ले-पार ( नर्मदा के उस पार ) बरेली से बस मे बैठ गईं साथ मे दस साल और बारह   বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Jun 14,2022 10:21 PM
संघर्ष से सफलता तक
By BHARTI in Women's Fiction | পড়ার জন্য : 3,350 | পছন্দ: 9
यह कहानी है एक बहुत ही प्रतिभावान लड़की की जिसका नाम है दिव्या। दिव्या एक ऐसी लड़की जिसने अपनी जिंदगी में सिर्फ और   বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Jun 16,2022 03:13 PM
बिन्नी
By Dr.Sudha Gupta Amrita in Women's Fiction | পড়ার জন্য : 6,530 | পছন্দ: 16
वट वृक्ष के चारों तरफ बने चबूतरे पर मीटिंग चल रही थी, बहुत सी औरतें इकट्ठी थीं।  एक करीब बीस - पच्चीस वर्ष की युवती च  বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Jun 16,2022 01:18 PM
नये पापा जी
By Dheerja Sharma in Women's Fiction | পড়ার জন্য : 7,250 | পছন্দ: 34
अपने फ़ोन की फ़ोन बुक में एक नंबर ढूंढ रही थी कि सामने पापा जी का कांटेक्ट नंबर आ गया।उंगलियाँ वहीं थम गईं।तीन चार बार  বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Jun 16,2022 02:55 PM