हिंदी

मन के दरवाजे |
By Kaveri Nandan Chandra in True Story | कुल पढ़ा गया: 382 | कुल पसंद किया गया: 1
कल मेरी फ्रेंड ने मुझे याद दिलाया की यह तीसरा लॉक डाउन है, करीबन २ पूरे माह गुज़र चुके हैं | यकीं मानिये पहले लॉक डाउन   ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ May 16,2020 01:11 AM
कविता
By Vipul Vyas in Poetry | कुल पढ़ा गया: 1,095 | कुल पसंद किया गया: 0
#  हमारी गफलतों  की  सज़ा का अरसा बहुत लम्बा रहेगा,     वक़्त हमें यूं हीं दीमक की तरह  चाट्ता ही रहेगा  ।       ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ May 16,2020 05:56 AM
पिज़्ज़ा और रोटी
By Sushmita Rani in True Story | कुल पढ़ा गया: 464 | कुल पसंद किया गया: 2
                          पिज़्ज़ा और रोटी और कैसा जा रहा है आप लोगो का क्वारांटाइन। सुना है कल पिज़्ज़ा   ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ May 16,2020 07:12 AM
Saacha dost
By Pareen Vora in Poetry | कुल पढ़ा गया: 220 | कुल पसंद किया गया: 0
Jabse vo mere zindagi mai aaya hai,tabse meri zindagi puri badal gayi hai, Na Jane tune aaisa kya jaado kar diya hai muhj par ki mere saare dukh tere ban gaye hai, Tune har kadam pe mera saath nibhaya hai aur dete hi rahega, Bin kahe meri baato ko samj lena aur mere haste chahre k piche Ka ghum jaan  ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ May 16,2020 08:38 AM
पुतलो की आवाज
By Arnab Sarkar in Horror | कुल पढ़ा गया: 2,093 | कुल पसंद किया गया: 0
यह कहानी शुरु ‌‌‌होती है एक घटना से, तब मैं बहुत छोटा था। शायद मैं चतुर्थ या पंचम कक्षा में पढ़ता था। मैं और मेरा   ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ May 16,2020 10:38 AM
गर्मियों के दिन
By Himanshu in General Literary | कुल पढ़ा गया: 368 | कुल पसंद किया गया: 1
गर्मियों के दिन की पिछली कड़ी में आप सभी ने विजय और बाबा को समझा, गांव की पृष्ठभूमि पर आधारित, एक लघु कथा को समझा ही नह  ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ May 16,2020 11:09 AM
Covid 19
By siddhee agarwal in Poetry | कुल पढ़ा गया: 235 | कुल पसंद किया गया: 0
अपने है,पर गले से लग नई सकते ।  चलने को सड़के है,पर इंसान नई । मंज़िल तक पोहोचने के लिए रेल गाड़ी है,पर उसे चलाने की अनुम  ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ May 16,2020 01:36 PM
हम मजदूर
By Piyush in General Literary | कुल पढ़ा गया: 1,088 | कुल पसंद किया गया: 1
एक मजदूर की व्यथा , कैसे भूक से मर रहे है ये ,  ना खाने को अन्न है, और न रहने को छत है। जाये तो जाये कहाँ, कहे भी तो किससे   ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ May 16,2020 02:14 PM
Sochti hu kai baar a khuda
By Isha in Poetry | कुल पढ़ा गया: 922 | कुल पसंद किया गया: 1
Sochti hu kai baar a khuda Kyu tune iss duniya mein nahi banaya sabko ek jaisaKitna accha hotaNa hote gile shikve logo k apasmeinNa hoti dharm ya jaati ki ladaiyaan Na hota ladka ya ladki mein bhedbhav Aur na hoti garib aur amiroo mein koi sima.Kitna accha hota Sab rehte sath mein bina koi shikayatS  ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ May 16,2020 04:15 PM
बहुत शोर था समाज में
By Ashisha Singh Rajput in Poetry | कुल पढ़ा गया: 528 | कुल पसंद किया गया: 1
                         ।।  शोर वाला समाज ।। बहुत शोर था समाज में । क्रोध था सबकी आवाज़ में ।। सब एक दूसर  ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ May 16,2020 05:56 PM
नन्हे कदम
By Abhishek Gaukhede in True Story | कुल पढ़ा गया: 631 | कुल पसंद किया गया: 0
छोटे छोटे कदमो से लम्बा सफर कर रहे हैँ , न पैरो मे चपल , न सर पर कोई छाया हैं , फिर भी चल रहे हैं ,  रो रहे हैं कभी , तो कभी   ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ May 16,2020 07:01 PM
Love
By simran singh in True Story | कुल पढ़ा गया: 620 | कुल पसंद किया गया: 3
36 aayege 36 jayege  *36 aayege 36 jayege* Pr mere wale to mahadev hi layega om namah sivaye   ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ May 16,2020 07:05 PM
Nadi aur kinara
By vega in Poetry | कुल पढ़ा गया: 381 | कुल पसंद किया गया: 0
Ek kinare ki kahani batati hoon, Kehnke ko kisse bohot hain,  iski unkahani batein kehti hoon. Durr pahadiyon se tezzi se behkar  ek jagah nadi haule haule chalti thi, Ek jagah subh suhane aur shaam mastani hoti thi. Wo nadi ka kinara tha jahan ki nazare beshumar khubsurat hua karti thi.   ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ May 16,2020 07:16 PM
Vo Maa Hai
By Sakshi Singh in Poetry | कुल पढ़ा गया: 549 | कुल पसंद किया गया: 0
Vo khud Sara Din Bhukhi Rehkar Tumhe Apna Nivala Khilayegi....  ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ May 16,2020 11:49 PM
Ek talaq
By Minhaj in Romance | कुल पढ़ा गया: 399 | कुल पसंद किया गया: 0
बीवी ने धमकी दी थी के अगर आज सब्ज़ी लाना भूला तो चने खाके सोना पड़ेगा.. इस लिए office नमक जेल से भाग के जब में मार्किट में स  ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ May 17,2020 12:48 AM