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General Literary | कुल पढ़ा गया: 3,402 | कुल पसंद किया गया: 1
in
बलि
उसने धूल में लथपथ विजय को देखा और उसाँस भर कर रह गई ।
भोला भाला सा चेहरा मासूमियत से भरपूर। इस समय अपन� ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Mar 22,2020 11:58 PM
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Poetry | कुल पढ़ा गया: 799 | कुल पसंद किया गया: 1
in मैं छाया में खोई नारी हूँ
मैं दुविधाहत साहस को अपनाई हूँ
चाहूँ तो पा लूँ जग सारा
फिर भी बैठ पछताई हूँ
चंचल सा है मन ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Mar 23,2020 12:06 AM
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Poetry | कुल पढ़ा गया: 459 | कुल पसंद किया गया: 0
in तेरी यादें अब क्यों आने लगी,
मुझे दोबारा फिर क्यों सताने लगी,
फिर क्यों मेरे सपनो में आने लगे,
फिर क्यों मुझे तड़पाने � ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Mar 23,2020 12:33 AM
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Poetry | कुल पढ़ा गया: 834 | कुल पसंद किया गया: 1
in क्यों? कुछ भूल रहे हो?
कुछ वादे जो किये थे खुद से ही
क्या उनसे मुकर रहे हो?
जरा पूछो ना एक बार उससे
वही जो धड़कता बैठा है � ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Mar 23,2020 12:45 AM
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Poetry | कुल पढ़ा गया: 1,069 | कुल पसंद किया गया: 0
in कैसे चारों ओर, एक कोहरा सा छाया है,
कहाँ है बहार, कहाँ फूलों का साया है,
कैसा ये कोलाहल, अफरा तफरी सी मची है,
किसने ये म� ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Mar 23,2020 12:58 AM
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Poetry | कुल पढ़ा गया: 374 | कुल पसंद किया गया: 1
in यह कविता मैंने तब लिखी थी जब मेरा एक अहम् परीक्षा में चयन नहीं हुआ था | तब के अवसादमय हालात में यह कविता लिखी गई ह ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Mar 23,2020 02:04 AM
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Poetry | कुल पढ़ा गया: 1,111 | कुल पसंद किया गया: 0
in "बेटी को ना मरवाओ"
बेटियाँ हैं हम कलियों सी कोमल,
हमें यूँ ना मुरझाओ,,
बेटो की चाहत मे� ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Mar 23,2020 06:03 AM
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Poetry | कुल पढ़ा गया: 634 | कुल पसंद किया गया: 0
in "पढ़ाई से बचाओ यारों"
हिस्ट्री-ज्योगरफी बड़ी बेवफा,
रात को पढ़ी, सुबह को सफा ।
इकनोमिक्स ने दिया दगा,
मैं, उसे कभी न समझ सक ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Mar 23,2020 06:10 AM
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Poetry | कुल पढ़ा गया: 825 | कुल पसंद किया गया: 0
in "जुदा होता मजबूर प्यार"
यादों ने आज हमारी मेरे महबूब को को खूब रुलाया होगा,
यादों ने आज हमारी मेरे महबूब को को खूब रुल ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Mar 23,2020 06:15 AM
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Poetry | कुल पढ़ा गया: 813 | कुल पसंद किया गया: 0
in "जल को ना मिटाओ"
वाह रे इनसान तूने मुझे भी बेच ड़ाला !
वाह रे इनसान तूने मुझे भी बेच ड़ाला !
पवित्र जल को भी दूषित कर ड़ाला,
� ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Mar 23,2020 06:43 AM
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Poetry | कुल पढ़ा गया: 630 | कुल पसंद किया गया: 0
in क़ाश
वो शाम होती, क़ाश वो ज़ाम होती
मुस्कान मापने को सरेआम
क़ाश
वो सुबह, क़ाश वो शाम होती;
हृदय की लकीरों से,
लहू � ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Mar 23,2020 07:51 AM
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Poetry | कुल पढ़ा गया: 363 | कुल पसंद किया गया: 1
in ज़िन्दगी के पत्थर, कंकड़ और रेत
Philosophy के एक professor ने कुछ चीजों के साथ class में प्रवेश किया. जब class शुरू हुई तो उन्होंने एक बड़ ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Mar 23,2020 07:56 AM
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Poetry | कुल पढ़ा गया: 803 | कुल पसंद किया गया: 1
in "समंदर कि लहरों से और ठंडी-ठंडी ये हवाओं से कुछ पा लिया है,
सब कुछ खोने के बावजूद मैंने ममता कि चरणों में अपना शीश प� ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Mar 23,2020 07:59 AM
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Poetry | कुल पढ़ा गया: 837 | कुल पसंद किया गया: 1
in बड़ी ही दिलचस्प होती है ये सत्रह-अठरह की लड़कियाँ
वक्त-सुब्हदम सी होती है ये सत्रह-अठरह की लड़कियाँ
धूप से शिकायातें ह� ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Mar 23,2020 08:00 AM
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Poetry | कुल पढ़ा गया: 469 | कुल पसंद किया गया: 1
in "डर मुझे भी लगा फासला देख कर,
पर मैं बढता गया रास्ता देख कर,
खुद-ब-खुद मेरे नजदीक आती गई,
मेरी मंजिल मेरा � ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Mar 23,2020 08:05 AM