इस पुस्तक में अल्लाह अर्थात ईश्वर के बारे में संक्षिप्त परिचय दिया गया है। इंसान की हद केवल सूछ्म है अल्लाह को जानना और समझना इतना आसान नहीं है, क्योंकि इंसान को जितना इन या ज्ञान प्राप्त हुआ है उसी के आधार पर कल्पना करता है। यह पुस्तक आपको कैसी लगी? यदि कोई अधिक ज्ञान आपके पास हो तो कृपया बताएं, धन्यवाद,