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हँसता है सूत्रधार एक कविता संग्रह है जो हमारे आज के आस पास के परिस्थितियों एवं सामाजिक ढांचों के बिल्कुल अनुरूप है। यह सीधे पाठक के साथ सरल भाषा में संवाद स्थापित करने के साथ साथ उनको कविता के सार के साथ स्वयं को जुड़ने में प्रेरित करता है। यहाँ कवि समाज में व्याप्त मुद्दों को काफी आसान शब्दों में संवेदनाओं के साथ उजागर करता है जिनसे पाठक स्वयं को कविता के साथ संलग्न कर पाता है।
प्राणेश कुमार जो कि इस कविता संग्रह के रचियता हैं, उनका जन्म ११/०१/१९५५ को झारखण्ड (तब बिहार ) राज्य के रामगढ़ जिले के गोला प्रान्त में हुआ।
वे अपनी शुरुआती काल से ही साहित्य, कविता लेखन तथा रचनाओं के प्रति रुचिकर रहे हैं। उन्होंने हिंदी के साथ साथ क्षेत्रीय भाषाओँ में भी कई रचनायें की हैं एवं कई पत्रिकाओं का संपादन भी किया। उनकी कई रचनाओं को दूसरे भाषाओँ में अनुवादन भी किया गया है। पिछले