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Kachche Dhaagon Ke Pakke Bandhan / कच्चे धागों के पक्के बंधन

Author Name: Nikhil Jain, Muskan Keshri | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

कच्चे धागों के पक्के बंधन

पिता के बाद यदि कोई पुरुष है, जो हमारा संबल बनकर हर परिस्थिति में हमारे साथ खड़ा रह सकता है, तो वो सिर्फ भाई ही है, उसी तरह संसार में माँ की जैसी ममता और दुलार, परवाह और फटकार लगाने वाली कोई और है, तो वो हमारी माँ की छवि अपनी बहन ही होती है।

भाई बहन का ये अटूट रिश्ता, एक बड़ी नाजुक रेशम की डोर से परिभाषित किया जा सकता है। यूं तो हर भाई का कर्तव्य होता है बहन की रक्षा करना, एक बहन का फर्ज होता है अपने भाई की बलाओं को टालन

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निखिल जैन, मुस्कान केशरी

निखिल जैन, पेशे से व्यापारी, शौक से लेखक धुले, महाराष्ट्र से संबंध रखते हैं। इन्हें शैक्षिक तौर पर बीबीएम एवं एम बी ए की डिग्री प्राप्त है। इन्हें अपना ज्ञान दूसरो के साथ साझा करना, यात्राएँ करना, नई नई खोज करना और रचनात्मकता से अपनी प्रतिभाओं को बेहतर बनाना अत्यंत प्रिय है। इन्हें लिखना पसंद है, क्योंकि इनका मानना है, कि लेखन से हम अपनी आंतरिक भावनाओं का भली भांति बखान कर सकते हैं, क्यो

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