इस संग्रह की कहानियां तत्कालीन समाज के सरोकारों से जुड़ी हुई हैं और अपने समय को प्रतिबिंबित करती हैं। अधिकांश कहानियां सामाजिक घेरे को तोड़ते हुए नवीन संदेश देती प्रतीत होती हैं।
ये कहानियां अपने समय में प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हैं लेकिन अपने काल में इन कहानियों का संग्रह के रूप में प्रकाशन नहीं हो पाया इसलिए इन कहानियों का मूल्यांकन भी उस रूप में नहीं हो पाया जिस रूप में होना चाहिए था । वर्तमान में इसका प्रक