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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palप्रस्तुत पुस्तक म्रुन्मयाँचल लेखिका के द्वारा अपने जीवन के अनुभवों को अल्फाज़ों की नक्काशी देने के उपरोक्ष में लिखी गयी है। कवयित्री का मानना है कि सतत अभिव्यक्ति ही साहित्यकार की धरोहर है। इस पुस्तक में लेखिका के द्वारा रस, छंद, अलंकार से पूरित, माँ सरस्वती की वरद लली होने की प्रतिभा का सृजन किया गया है। भगवान शिव पर अपरिमित आस्था, अपने माता-पिता की जीवन में महत्वाकांक्षा और अपने स्वयं के जीवन के कर्म एवं इन्द्रियबोध का वर्णन किन परिस्थितियों में प्रस्फुटित होता है, लेखिका ने संतुलित रूप में दार्शनिक भाव से उनकी अभिव्यक्ति की है।
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Your review has been deleted and won’t appear on the book anymore.रेखा घनश्याम गौड़ उर्फ म्रुन्मयी
रेखा घनश्याम गौड़ जी म्रुन्मयी के नाम में भी जानी जाती हैं। आप अंतर्मुखी स्वभाव की हैं। आपका जन्म अक्टूबर 03, 1998 को राजस्थान के जोधपुर में हुआ था। आपके पिता- श्रीमान घनश्याम गौड़ जी हैं। जो राजकीय उच्च माध्यमिक विध्यालय में प्राचार्य के पद पर कार्यरत हैं। आपकी माताजी- श्रीमती मीना गौड़ जी सुहृद गृहिणी हैं। आप एम.बी.ए. की छात्रा हैं एवं एक्सिस बैंक में वरिष्ठ लेखाकार के पद पर कार्यरत हैं।
आपका मानना है कि साहित्य आपके लिये भगवान् महादेव का वरदान है। साथ ही आप ये भी मानती हैं कि आपके पिता का प्रेम आपकी स्याही में निहित है।
आप जन्म से ही आध्यात्मिक एवं एकान्त प्रवृति की बालिका हैं एवं भगवान शिव में आपकी परम आस्था है। अपने पिताजी के व्याधियुक्त होने के बाद अपने आत्मबल को साहसपूर्ण बनाने के लिये लेखन को अपनी विदीर्णता का उपचार बना लिया। एक महीने पहले जिनसे उनका विवाह रचित होने वाला था, उनके निधन से वह हृदय से पूर्णत: विदीर्ण हो चुकी थीं।
किन्तु इसके बाद भी उन्होने अपनी कलम को अपनी मित्र बना कर इस किताब "म्रुन्मयाँचल- काव्य संग्रह" का प्रकाशन करवाया है। ताकि अपने पिता के ठीक होने पर वह उन्हें गर्व की अनुभूति करा सकें।।
वर्तमान समय तक रेखा जी की कविताएँ अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर कई पत्र- पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं। जो निम्न है:-
1) विजय दर्पण टाइम्स 2) दैनिक युगपक्ष 3) इन्दौर समाचार 4) वूमेन एक्सप्रेस
5) दैनिक क्रान्ति जागरण 6) दैनिक पुष्पांजलि टुडे 7) राष्ट्रीय दैनिक युग जागरण 8) स्योहरा प्रहरी 9) दैहिक स्वतंत्रता 10) कोलफील्ड 11) प्रवासी संदेश 12) हम हिन्दुस्तानी 13) कर्म कसौटी 14) दैनिक भास्कर 15) दैनिक जलते दीप 16) प्रदेश प्रवाह 17) शिक्षा वाहिनी 18) दैनिक हरियाणा प्रदीप 19) दैनिक विनय उजाला 20) दैनिक दिशेरा टाइम्स 21) जबलपुर दर्पण 22) लौयन एक्सप्रेस 23) द ग्राम टुडे 24) दैनिक लोकमित्र
इसके साथ ही आप जोधपुर एवं जयपुर के वरिष्ठ कवि सम्मेलनों में भी आमन्त्रित की जाती रहती हैं। आपको मानस कविता परिवार द्वारा मानस काव्य-सारथी मानस काव्य रत्न मानस काव्य क्रान्ति एवं मानस स्मृति अलंकरण से अलंकृत किया जा चुका है। साहित्य साधना एवं लोक मंच दुबई के कवि सम्मेलन में आपको श्रेष्ठ हिन्दी रत्न से भी विभूषित किया गया है।
पत्र-पत्रिकों केर साथ ही आपकी रचना कई ख्यातिप्राप्त संग्रहों में भी प्रकाशित हो चुकी है। जो निम्न है:-
1) One We Truly Depend Upon Dad 2) मरू नवकिरण 3) Smudged खयाल 4) पंख - उड़ने की ख्वाहिश 5) That Very Specia
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