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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palमेरी यह क़िताब "तुम... मैं बन जाना।" आपको कही न कही अपने, आस-पास ऐसा ही कुछ चल रहा है, इसका आभास कराएगी। शीर्षक ही काफ़ी मज़ेदार और दिल को छू लेने वाला है। मेरी इस क़िताब में छोटी-छोटी कुछ कविताएँ, पंक्तियाँ और चार प्रेरणा देने वाली कहानियाँ है। अपनी इन रचनाओं में मैंने आप सभी का ध्यान सिर्फ़ "नारी की दुनिया" पर केंद्रित करने की कोशिश की है।
शशि निमेष "शिवांशी"
इनका नाम शशि निमेष "शिवांशी" है। ये कल्याण (महाराष्ट्र) की रहने वाली हैं। ये एक शिक्षिका हैं। इन्हें कविताएँ और कहानियाँ लिखना पसंद हैं। समाज में भिन्न-भिन्न मुद्दे उठाकर और उनसे जुड़ी भावनाओं को कविता के माध्यम से प्रस्तुत करने का प्रयास करती हैं। किसी न किसी के लिए प्रेरक बने। जीवन एक अंतहीन संघर्ष हैं। कभी उम्मीद नहीं छोड़ना, हमारा प्रयास ही हमारी आस हैं।
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