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HAASHIYE PAR MUSAHAR / हाशिये पर मुसहर

Author Name: Shlok Kumar | Format: Paperback | Genre : Literature & Fiction | Other Details

हमारे देश में जातियों को लेकर कई सवाल उठते हैं हम रह तो जरूर 21वी सदी में लेकिन हमारा तन मन अभी भी जात पात में उलझा हुआ हैं कई वर्षो पूर्व छुआछूत हुआ करता था ऐसा नहीं की ये अब खत्म हो चूका हैं अभी भी ये आसमान पर हैं दलितो व मुसहर बिरादरियों में आप जायेंगे तो ये जाति अभी भी भेदभाव से ग्रसित हैं ।  जिसे आज तक कोई अधिकार नहीं मिल पाया हैं किस तरह से ये समाज के लिए एक मुर्गे की तरह हैं पहले तो लालन - पालन करेंगे बाद में तड़पा - तदपा के नस - नस झल्ली कर देते हैं । मुसहरो की हयात जीवन  में हम और हमारी सरकारे किस तरह उथल पुथल मचाती हैं और इनकी नर्क से भरी जीवन को इस पुस्तक के माध्यम से जानेंगे । 

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श्लोक कुमार

श्लोक कुमार का जन्म मिर्ज़ापुर जिले के चड़रहा गाँव में हुआ इनके माता पिता गाँव में रहते हैं और इनकी प्रारम्भिक शिक्षा गाँव से ही सम्पन्न हुई इनके माता का नाम राजकुमारी देवी हैं व इनके पिता का नाम चन्द्रशेखर हैं इनके पिता एक प्रवक्ता हैं माता पंचायत विभाग में सफाईकर्मी हैं  इन्होने अपनी दसवी की पढ़ाई मिर्ज़ापुर जिले के श्री राम पब्लिक स्कूल से प्रथम श्रेणी के साथ उत्तीर्ण किया व बारहवी भी मिर्ज़ापुर जिले के राजस्थान इंटर कॉलेज से प्रथम श्रेणी के साथ उत्तीर्ण किया । इनकी ये पहली पुस्तक हैं जिसका नाम हाशिये पर मुसहर हैं व लघु कथा जल हैं । 

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