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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palहर व्यक्ति अपनी जीवन प्रक्रिया में हमेशा कुछ अच्छा करते रहना चाहता है पर कुछ आंतरिक या बाह्य व्याधिया निरंतर संघर्ष की क्षमता को कम कर देती है। इस पुस्तक में जीवन संघर्ष जे जुडी कुछ अनोखी कविताओं को संग्रहित किया गया है जिन्हें पढ़कर अपने जीवन में एक नई ऊर्जा का संचार कर सकते है।
प्रत्येक कविता स्वरचित है और यें कविताएं लेखक के प्रायोगिक जीवन का परिणाम है। जीवन के हर क्षण में हर स्थान पर कुछ नया होता रहता है यदि हम उस क्षण को समझ पायें तो एक बेहतर भविष्य निर्माण की ओर यह हमारा पहला कदम होगा। सफलता यूही नहीं मिल जाती है संघर्षो की आग में तपना पड़ता है।
प्राकृत, जो हमारे जीवन का आधार है या यू कहे की यह हमारा जीवन ही है हम कैसे प्राकृत के जुड़ पाएंगे ? पंचतत्व जो जीवन का आधार है, इस पुस्तक में पंचतत्वों का कविता के रूप में बखान किया गया है। हमें एक प्राकिर्तिक जीवन जीते हुए एक सफल व्यक्तित्व बन कर समाज की सेवा करनी चाहिए।
क्या हम बिना रिश्तों के रह सकते है ? सायद नहीं रह सकते क्योंकि रिश्तें ही समाज में हमारी पहचान बनाते है। इस पुस्तक में मानवीय प्रेम को कविताओं के रूप में संग्रहित किया गया है जिसमे एक खास तरह के प्रेम की झलक मिलती है।
अरविन्द कुमार
यह पुस्तक "आपका जीवन मेरी कविता " मेरी कविताओं की पहली किताब है। जीवन से जुडी तमाम उलझनों को मैंने एक अन्य किताब "YOUR JOURNEY WITH TRUTH" में हल किया है। मैंने अपने जीवन में कई मुश्किलों का सामना किया है। इस किताब को लिखने का मेरा मतलब सिर्फ इतना ही नहीं है को आप इसमें संग्रहित कवितावों को ही पढ़े बल्कि आप इसमें छुपी अपने जीवन की सच्चाई को भी समझें। ये कविताएं कुछ और नहीं है आपका जीवन ही है ये कविताएं। मैं बचपन से ही एकांत जीवन पसंद करता हूँ और इसीलिए प्राकृत से मुझे बहुत लगाव है। मैंने प्राकृत को कविता के रूप में आप तक पहुँचाने का प्रयास किया हूँ।
आप देखेंगे कि किस प्रकार एक प्रेम जीवन की दिशा को बिल्कुल बदल देता है और यह अब होता ही है। आपके इस पल को मैंने समझ कर कविता का रूप दिया है।
रचनाएँ पढ़िए और आनंदमय रहिये जीवन को इतना जटिल मत बनाओ जिससे आप स्वयं में टूट कर फुट-फुट कर रोने लग जाये।
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