Share this book with your friends

Admi bne rehne ka dhong / आदमी बने रहने का ढोंग (कहानी संग्रह)

Author Name: Dr Sonia Gupta | Format: Paperback | Genre : Literature & Fiction | Other Details

कहानी संग्रह ‘आदमी बने रहने का ढोंग’ में तीस कहानियाँ हैं, जो कि वैविध्य हैं, जिनमें एक आदमी के पूरे वजूद, उसकी फितरत और समाज के साथ उसके व्यवहार या समाज के प्रति उसके व्यवहार को दर्शाया गया है | संग्रह में शामिल कहानियाँ इंसानियत की राह तलाशती कहानियाँ हैं जो मानो यथार्थ और आदर्श दोनों का दामन थामे हुए मानवीय संवेदना को दस्तक दे रही हों और एक साथ कई पैग़ाम लिए नज़र आती हैं, जिससे पाठक कहानी पढ़ने के दौरान रूबरू होता रहता है। कहानियाँ रोचक, मार्मिक और दिल के कोमल से रेशे को स्पर्श करने वाली हैं । इन कहानियों को पढ़कर ऐसा प्रतीत होता है कि लेखिका का कथाकार मन समाज की विसंगतियों, उसकी चिंताओं और व्याप्त कुरीतियों को देख कर या महसूस करके असहज होता है, जिसे वह कहानी के माध्यम से प्रस्तुत कर इससे निजात पाने की सहज कोशिश करता है और उसमे वह सफल भी होता है ।

Read More...
Paperback

Delivery

Item is available at

Enter pincode for exact delivery dates

Also Available On

डॉ. सोनिया गुप्ता

डॉ. सोनिया गुप्ता, चंडीगढ़ के समीप शहर, डेरा बस्सी की रहने वाली हैं। एक दंत चिकित्सक होने के साथ साथ लिखना इनका शौक है। ये छंद मुक्त, छंद, दोहे, गीत, ग़ज़ल, गीतिका आदि अनेक काव्य विधाओं में निपुण हैं | इनकी रचनाएँ कई पत्रिकाओं, समाचार पत्रों, और साँझा काव्य संग्रहों में प्रकाशित हैं। डॉ. सोनिया हिंदी, अंग्रेजी और पंजाबी भाषाओं में सक्षम हैं । अभी तक इनके 14 व्यक्तिगत काव्य संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं, जिनमें से 4 हिंदी में लिखे हैं और 10 अंग्रेजी भाषा में । इनकी पूर्व प्रकाशित हिंदी कृतियां 'ज़िंदगी गुलज़ार है', 'उम्मीद का दीया', 'कभी जलते जभी बुझते चिराग़' और 'कुछ अनकहे एहसास' पाठकों को बेहद पसंद आई । इन्हें हिंदी व अंग्रेज़ी साहित्य में अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है । ये चित्रकारी, संगीत, और सिलाई-बुनाई में भी रूचि रखती हैं। इनके अपने दंत विभाग से जुड़े भी कईं आलेख प्रकाशित हैं। यह इनका हिन्दी में प्रथम व्यक्तिगत कहानी संग्रह है। 

Read More...

Achievements

+6 more
View All