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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palअमीर बनने के लिए अपनी इच्छा शक्ति का इस्तेमाल करें, जो भी सोचे उसे पूरी शक्ति के शुरू करे और उस कार्य को समाप्त करके ही मानें।
समय सीमित है इसका भरपूर उपयोग अपने आप को आगे बढ़ने के लिए करिये, अपने समय का एक एक क्षण आपके जीवन को उच्च स्तर तक ले जाने में लगाएं।
अमीर बनना एक कला है, बिना नियमों के जैसे किसी खेल को खेलने पर आप हार जाते हो उसी तरह अमीरी के नियम को जाने बिना आप उस ऊंचाई को नहीं छू सकते, जिसका आप सपना देखते है।
विश्वास कीजिये आप अमीर बन सकते है यह सोच पहले विकसित करनी होगी, उसके पश्चात् आप को अपने कार्य पर जुट जाना होगा पूरी क्षमता और शक्ति के साथ। आपका हर दिन आपको अमीरी की तरफ या तो ले जा रहा है या फिर उससे दूर ।
अपने प्रतिदिन के कार्यकलाप को देखिये और एक ऐसी समय सारणी बनाइये जिससे आप खुद से संतुष्ट हो सके।
स्वयं से सर्वश्रेष्ठ की उम्मीद करे, और उस सर्वश्रेष्ठ को पाने के लिए अपना सर्वस्व लगा दीजिये।
आप जब भी कोई निर्णय ले तब बड़ा सोचे, और दूसरों को लाभ पहुँचाने के विषय में सोचे। इस धरती पर आपका जन्म कुछ बड़ा करने और बदलाव लाने के लिए हुआ है।
डॉ. ललित मोहन गुप्ता
जीवन जीने की कला, तथा सफलता को कैसे प्राप्त करे यह डॉ ललित मोहन गुप्ता अपने सेमिनार में सिखाते है। डॉ ललित मोहन गुप्ता विद्यालय में प्राचार्य रह चुके है, जहाँ उन्होने प्रबंधन को संचालित करने के कई गुण विकसित किये। लोकव्यवहार की कला को सुद्रढ़ बनाते हुए जीवन के कई क्षेत्रों में सफलता हासिल कर चुके डॉ ललित मोहन गुप्ता जीवन जीने के मंत्र लोगों से साझा कर चुके है अपनी किताब 'जीवन और प्रबंधन मंत्र' के द्वारा। डायनामिक मैमोरी गुरु डॉ ललित मोहन गुप्ता अपना नाम 'इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स ' में भी दर्ज़ करवा चुके है। मैमोरी का अधिकतम इस्तेमाल कैसे करे यह उनकी किताब पढ़कर समझा जा सकता है।
श्री गुप्ता एक जाने माने प्रेरक वक्ता है जो छात्रों तथा कर्मचारियों को अपनी बातों से जीवन जीने की कला सिखाते है। कलारीपयट्टू को सभी मार्शल आर्ट का जनक भी कहा जाता है। डॉ गुप्ता ने बेंगलुरु से कलारीपयट्टू में निपुणता हासिल की है वे यह मानते है की कलारीपयट्टू न सिर्फ एक बेहतरीन युद्ध कला है, बल्कि साथ ही साथ यह जीवन जीने की कला भी सिखाती है।
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