You cannot edit this Postr after publishing. Are you sure you want to Publish?
Experience reading like never before
Sign in to continue reading.
Discover and read thousands of books from independent authors across India
Visit the bookstore"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palडाॅ0 रुहल ने पुस्तक ‘‘चम्बल के बागी व आत्म समर्पण’’ को तैयार कर दस्यु समस्या के सभी पहलुओं को रेखांकित करने का जो जटिल काम किया है उसके कारण ये पुस्तक न केवल पठनीय अपितु एक संदर्भ ग्रन्थ के रुप में गिनी जाएगी। आप इस पुस्तक के जरिये चंबल में ही नहीं अपितु देश में दस्यु समस्या के इतिहास में झांक सकते हैं। इस समस्या के राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक कारणों की पडताल कर सकते हें। डाॅ0 रुहल ने दस्यु समस्या से सीधे जूझते हुए इस पुस्तक को तैयार किया है इसलिए इसमें प्रमाणिकता को लेकर कोई संदेह नहीं है। चंबल घाटी के राॅबिनहुड डाकू सरगना मानसिंह से लेकर अभी तक सक्रिय डाकू गिरोहों के बारे में रोचक, रोमांचक सामग्री दी है। इस पुस्तक में पूर्व प्रकाशित पुस्तक ‘‘चम्बल घाटी, डकैत एवं पुलिस’’ का अंश भाग भी पठने को मिलेगा तथा चम्बल बागियों के आत्मसमर्पण का विवरण पठने को मिलेगा। आप इस पुस्तक का आनंद एक उपन्यास की तरह भी ले सकते हैं और राजनीति विज्ञान, सामाजिक विज्ञान तथा इतिहास की पुस्तक के रुप में भी। लेखक ने चम्बल घाटी के इतिहास के साथ-साथ चम्बल के बागियों के आत्मसमर्पण के बारे में विस्तार से लेख किया है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि चम्बल क्षेत्र व उसके बाहर चम्बल के बागियों के संबंध में व दस्यु समस्या के संदर्भ में यह पुस्तक पाठकों को अच्छी लगेगी। भविष्य में इस क्षेत्र के शोधार्थियों के लिए यह महत्वपूर्ण पुस्तक गिनी जाएगी।
डॉ0 रणधीर िसंह रूहल
डॉ0 रणधीर सिंह रूहल का जन्म 10 जून 1957 को बुलंदशहर जिले के रोंडा में हुआ था। उत्तर प्रदेश के स्वर्गीय चौधरी होर।म सिंह के परिवार में। उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा अपने गांव रोंडा में प्राप्त की। उन्होंने किसान आदर्श इंटर कॉलेज रोंडा जिले से इंटरमीडिएट पास किया। बुलंदशहर। उन्होंने डीएवी से स्नातक की पढ़ाई पूरी की। स्नातकोत्तर कॉलेज बुलंदशहर। बाद में उन्होंने बीण्पीण्ईण् एलण्एनण्सीण्पीण्ईण् ग्वालियर ;एमपीद्ध। इस दौरान वह परीक्षा में शामिल हुए। एसण्आईण् एमण्पीण् पुलिस। साथ ही उन्होंने एनण्आईण्एसण्पैत्याला ;पंजाबद्ध से ष्सर्टिफिकेट इन स्पोर्टए जूडोष् का कोर्स पूरा किया और जूडो में नियमित पाठ्यक्रम डिप्लोमा के लिए आवेदन किया और यहाँ भी वह योग्यता पर था। दूसरी ओर उन्होंने एमपी में एसआई के लिए चयन किया। पुलिस और अंततः वह पुलिस अकादमी सागर में प्रशिक्षण में शामिल हो गया और चल रही पढ़ाई को अधूरा छोड़ दिया। सेवा के दौरान उन्होंने एमए ;राजनीति विज्ञानद्धए एलएलबी भी पूरा किया। और पीएचण्डीण् वर्तमान में वे सेवानिवृत्त होने के बाद मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की बेंच ग्वालियर में वकालत कर रहे हैं। जब वह एलण्एनण्सीण्पीण्ईण् ग्वालियर में उन्होंने छात्र कल्याण संघ के सचिव के रूप में अपनी भूमिका निभाई। वे जाट समाज कल्याण के संरक्षक अर्थात जाट समाज कल्याण परिषद ग्वालियरए जाट महासभा मोरारए महाराजा कीर्ति सिंह जाट क्षत्रवास ग्वालियर के संरक्षक के रूप में कार्यरत हैं। वह जाट क्षत्रों की कार्यकारिणी परिषद के सदस्य भी रह चुके हैं। वे ग्वालियर चंबल.संभग के प्रभारी हैं। अखिल भारतीय जाट महासभा मण्प्रण् उन्होंने मध्य प्रदेश के महासचिव के रूप में 2019 में मुरैना और श्योपुर संसदीय क्षेत्र से आम चुनाव भी लड़ा है। ष्राष्ट्र निर्माण पार्टीष्। उसी चुनाव में भारत सरकार के मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर और श्री रामनिवास रावत ने भी क्रमशः भाजपा और कांग्रेस का प्रतिनिधित्व किया। इसके अलावाए वे मध्य भारत प्रांत के ष्प्रांत उपाध्याक्षष् भी हैं। भारत तिब्बत सहयोग मंच। वे सेवानिवृत्त राजपत्रित पुलिस अधिकारी ग्वालियर.चंबल अंचल के सदस्य और एक्साइड लाइफ़ इंश्योरेंस के सलाहकार के रूप में भी कार्यरत हैं।
The items in your Cart will be deleted, click ok to proceed.