You cannot edit this Postr after publishing. Are you sure you want to Publish?
Experience reading like never before
Sign in to continue reading.
Discover and read thousands of books from independent authors across India
Visit the bookstore"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Pal“दस्तकें” उभरी हुई यादों को इन पन्नों में समेटना चाहता है। इस किताब में मात्र उन बातों को लिखा गया है जो आपके जहन में उभरती हुई नज़र आती है।
मोहब्बत की सच्ची डोर को एक सिरे से खोले हुए यह किताब उन तमाम पाठकों को खुद के एहसास में बांधना चाहती है।
जितने एहसासों को इस किताब में लिख दिए गए है, अगर हम उन सारी एहसासों को एक एक करके महसूस करने लगे तो हमें यादों की एक कारवाँ खुद के भीतर उत्पन्न होती हुई नज़र आएगी।
और उस कारवाँ की डोर में बँधकर हम और आप एक सच्ची मोहब्बत के बंधन में बंध जाएंगे।
“दस्तक दिल पे पड़ी है,
तो फिर मोहब्बत जताओगे या मजबूरियां बताओगे।”
अमन आलोक, Anjali Singh
“अमन आलोक" तीन वर्षों से कविताएँ और कहानियाँ लिख रहे हैं। वह कविता लेखन, कहानी लेखन और उपन्यास लिखने के तरीके को प्रदान कर रहे है। पिछले वर्षों में वह "संवेदना", "एहसास" और हाल ही में प्रकाशित "यादें" जैसे अपने लेखन को प्रकाशित करने में सक्षम रहे है। हालांकि एक इंजीनियर की शैक्षिक पृष्ठभूमि लेखन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलना कठिन था। यह स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि उनके पास लेखन का एक स्वतंत्र कौशल है और वह लेखन के बारे में बहुत भावुक हैं।
एक छोटे शहर से नाता रखते हुए उनके लिए कभी भी लिखने के बारे में सोचना आसान नहीं था, लेकिन उनकी हिम्मत और मेहनत ने इसे कामयाब बना दिया और परिणामस्वरूप उनका लेखन इसके लायक था। दिन-प्रतिदिन वह अपने दिमाग को इसके प्रति और भी सुचारू रूप से ढ़ाल रहे है और अपने लेखन के प्रति स्पष्ट दृष्टि बना रहा है और अधिक कठिन कामों के साथ खुद को चुनौती दे रहे है। आज वह अपने काम के साथ प्यार में है और एक पेशेवर बनने के लिए आगे बढ़ रहे है।
The items in your Cart will be deleted, click ok to proceed.