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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palरक्षा सूत्र " एक परिचय
मैंने महसूस किया है, शायद आप भी करते होंगे...
"भाई से अच्छा कोई साथी नहीं और बहन से अच्छा कोई दोस्त नहीं"
"एक अदृश्य बंधन होता है भाई और बहन के बीच जो सबसे मजबूत होता है"
आपस में नोक झोंक, टांग खिंचाई बात बात पे तकरार होता है, लेकिन जब कोई तीसरा भिड़े तो भाई बहन साथ में भिड़ जाते हैं|
तो पाठकों रक्षाबंधन त्यौहार और एक धागे की महत्ता पे प्रकाश डालने,भाई बहन के बीच के निस्वार्थ स्नेह अबोध प्रेम और भाइयों का अपने बहनों के लिए कर्त्तव्य, बहनों का अपने भाइयों के लिए अनंत प्यार को अभिव्यक्त करने प्रस्तुत है यह हृदयास्पर्सी संकलन - "रक्षा सूत्र " जिसमें लेखकों ने अपने अपने बहन भाइयों से संबंधित अनकहे भावों को दिल के कलम से कविता, लघुकथा के रूप में व्यक्त किया है|
आइए पढ़ते हैं राखी के धागे के स्वरूप रक्षा सूत्र के रूप में|
अर्चना साओ
नमस्कार पाठकों, रक्षा सूत्र नामक यह पुस्तक मेरे जीवन की पहली संकलन है मेरा नाम अर्चना साव (विचार_पुंज) आत्मजा स्व. श्री बसंत कुमार साव है और मैं ग्राम बड़ेटेमरी बसना महासमुंद छत्तीसगढ़ की निवासी हूं।
मैं एक चंचल, सरल एवं कलात्मक स्वभाव की हूं|
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