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Dhup Aur Chhav (Meri 151 Kavitayein Aur 51 Ghazalen) / धुप और छाँव (मेरी १५१ कविताएँ और ५१ ग़ज़लें)

Author Name: Laxmidhar V. Gaopande | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

किताब के बारे में

शीर्षक - धुप और छाँव

 (मेरी १५१ कविताएँ और ५१ ग़ज़लें)

लेखक - लक्ष्मीधर वि. गावपांडे

कविता और ग़ज़लोंके की इस किताब में मैंने विभिन्न विषयों पर हिंदी कविताएँ और ग़ज़लें लिखी हैं। मैंने अपने अच्छे बचपन की यादों, मेरी टिप्पणियों, मेरे अनुभवों, मेरी भावनाओं और मेरे विचारों के बारे में कविताएँ और ग़ज़लें लिखी हैं जो आज अक्सर हम अपने समाज में देखते हैं।

मेरी हिंदी कविताएँ और ग़ज़लें विभिन्न विषयों पर आधारित है जो आपको बचपन से लेकर वृद्धावस्था तक के जीवन के हमारे अनुभवों की विस्तृत जानकारी देती हैं।

मुझे पूरी उम्मीद है कि ये मेरी हिंदी कविताएँ और ग़ज़लें आपके दिल को छू जाएंगी और अक्सर आपके अपने जीवन के अनुभवों से संबंधित होने का प्रयास कर सकती हैं।

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लक्ष्मीधर वि. गावपांडे

लेखक की जीवनी

लेखक, लक्ष्मीधर वि. गावपांडे ने VNIT नागपुर, सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ बिज़नेस मैनेजमेंट, पुणे और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) मद्रास जैसे मशहूर विद्यालयोंमे अभियांत्रिकी और प्रबंधन में स्नातक और स्तानकोत्तर शिक्षा को पूरा किया है।

उन्होंने अमेरिका और ब्रिटैन में सॉफ्टवेयर सलाहकार के रूप में काम किया है।

उन्होंने अब तक कई देशों की यात्रा की है और विभिन्न संस्कृतियों, लोगों और उनके व्यवहार का अवलोकन किया है। उन्होंने विभिन्न सम्मेलनों में बातचीत भी की है।

बचपन से उनके निबंध और कविताओं ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में पुरस्कार जीते हैं।

वह अपनी शैक्षिक उत्कृष्टता में कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों और छात्रवृत्ति के प्राप्तकर्ता हैं।

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