You cannot edit this Postr after publishing. Are you sure you want to Publish?
Experience reading like never before
Sign in to continue reading.
Discover and read thousands of books from independent authors across India
Visit the bookstore"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palइस किताब में लेखक के सरकारी और निजी संस्थानों में काम करने के अनुभवों को बहुत ही विस्तार में लिखा गया है। लेखक ने इन विभिन्न व्यावसायिक संस्थानों में क्या क्या काम किये उनका पूरा वर्णन दिया गया है। प्रबंधन की निपुणता से ही सभी कार्य निर्धारित समय पर और निर्धारित गुणवत्ता और निर्धारित बजट के अनुसार संपन्न किये जाते हैं। लेखक ने कई gas turbine based combined cycle projects को project manager की हैसियत से सफलता पूर्वक पुरे किये। बाद में 1000 MW के थर्मल पावर प्रोजेक्ट के SENIOR VICE PRESIDENT के रूप में प्रोजेक्ट इंचार्ज रहे। लेखक ने अपने कोयला खदान में काम करने के अनुभवों, मजदूर नेताओं से कैसे डील किया जाता है इस बात का इस किताब में जिक्र है।हिंदुस्तान फ़र्टिलाइज़र कारपोरेशन में कटु अनुभवों की जानकारी से पाठकों में जागरूकता आएगी। मेहनत , सच्ची लगन और ईमानदारी ही सफलता की कुंजी है , अनुभवों से प्रतिलक्षित होता है। भृष्ट प्रेस और राजनीतिक नेताओं से कैसे कैसे निपटा जाता है ऐसी समस्याओं को प्रबंधकों ने अनुभव तो किया होगा पर लेखक ने उन अनुभवों को किताब के रूप में अभी तक नहीं देखा। प्रेरणा (MOTIVATION) से कैसे एक गुमराह कर्मचारी को एक लगनशील और ईमानदार कर्मचारी बनाया जा सकता है ,यह उदाहरण इस किताब में बखूबी वर्णित किया गया है। संक्षिप्त में यह कहना अतिसयोक्ति न होगी की यह किताब उन पाठकों के लिए बहुत लाभदायक है जो विभिन्न क्षेत्रों में प्रबंधन कार्य कर रहे हैं।
बी एल तिवारी
श्री बी एल तिवारी अब एक वरिष्ठ नागरिक है । उन्होंने B.E.(Mechanical Engineering एनआईटी भोपाल ( रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज , भोपाल , मध्य प्रदेशस्नातक की डिग्री प्राप्त की,(M.Tech-Industrial Engineering वर्ष 1980 में आई आई टी दिल्ली से, वित्तीय प्रबंधन में डिप्लोमा से 1992 में ।उनका शैक्षणिक जीवन बहुत उज्ज्वल था । मध्य प्रदेश 1963 में बोर्ड परीक्षा में उनका नाम मेरिट सूची में 19th position उन्हें राष्ट्रीय योग्यता छात्रवृत्ति (National Merit Scholarship ) से सम्मानित किया गया । अखिल भारतीय स्तर पर आईआईटी दिल्ली में M.Tech दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा में प्रथम स्थान पाया ।उन्होंने एसीसी लिमिटेड , फर्टिलाइजर कार्पोरेशन इंडिया लिमिटेड , भेल , इस्पात इंडस्ट्रीज लिमिटेड और उच्च स्तर के कई अन्य निजी कंपनियों में काम किया. उनका पिछला काम 1200 मेगावाट थर्मल पावर प्लांट का निर्माण था । वे एक बिजली कंपनी में वरिष्ठ उपाध्यक्ष थे । “अभिलाषा पुनर्जन्म की” पुस्तक को लिखने का उद्देश्य पाठकों को यह बताना है की कड़ी मेहनत, ध्यान केंद्रित दृष्टिकोण और लगन से इक्षित लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है और कठिन परिश्रम निश्चित रूप से जीवन में सफल बनाता है । अभिलाषा पुनर्जन्म में पुनर्मिलन की एक सच्ची प्रेम कहानी है जिसमे लेखक की अपनी स्वर्गीय पत्नी रमा के प्रति हृदय से निकली वेदनाओं की अभिव्यक्ति है । लेखक रमा के पार्थिव शरीर को पवित्र अग्नि को समर्पित नहीं कर सका क्योंकि रमा उस समय अपने मायके में थी और लेखक कॉलेज में अंतिम वर्ष की परीक्षा की तयारी में। लेखक ने इतने भीषण आघात को सहन किया और रमा की अश्थियों को संगम में प्रवाहित किया और ७ दिनों बाद परीक्षा दी, ७६% नंबरों से उत्तीर्ण की। लेखक की पुनर्जन्म में पुनर्मिलन की अभिलाषा ईश्वर ने पूर्ण की , कैसे यह जानने के लिए इस पुस्तक को अवश्य पढ़ें। ।
किताब गुमराह हमराही अगस्त २०२० में नोशन प्रेस से प्रकाशित हुई है। यह उन गुमराह जोड़ों की सत्य कहानी है जो विवाह के ३-४ वर्षों में अलग हो गए अपने आप को समायोजन ( adjustment ) न करने के कारण। इस किताब में समाज में व्याप्त व्यभिचार को भी उजागर किया है। पाठकों ने बहुत पसंद किया है। यह आत्मकथा है घर में पाले जाने वाले और आवारा पशुओं की। घर में पाले जाने वाले पशुओं की तो अच्छी तरह से देखभाल होती है पर आवारा पशुओं खासकर कुत्तों के साथ लोग अच्छा व्यवहार नहीं करते। इस किताब में ऐसी जानकारी है जिसे बहुत लोग नहीं जानते। पढ़ने योग्य किताब।
The items in your Cart will be deleted, click ok to proceed.