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GEETA PRAVACHAN NITYA PATHANIY / गीता प्रवचन नित्य पठनीय

Author Name: Acharya Vinoba Bhave | Format: Paperback | Genre : Educational & Professional | Other Details

गीता प्रवचन कार्यकर्ताओं के सामने दिए गये हैं और इसमें आम जनता के उपयोग की दृष्टि रही है |  यहाँ तात्विक विचारों का आधार छोड़े बगैर , लेकिन किसी वाद में पड़े बिना ही, रोज की कामों का ज़िक्र किया गया है |  यहाँ श्लोकों के अक्षरार्थ की चिंता नहीं, एक एक अध्याय के सार का चिंतन है |  शास्त्र - दृष्टि रखते हुए भी शास्त्रीय परिभाषा का उपयोग कम से कम किया गया है | मुझे विश्वास है कि हमारे गाँव वाले भाई बहन भी इसमें अपना श्रम परिहार पाएँगे | 

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आचार्य विनोबा भावे

गाँधीजी और विनोबाजी दो अवतार के हम संतान हैं |  उनका जीवन यदि हमारे सामने नहीं होता, तो हम नहीं समझ पाते कि भारातमाता और गीता-माता की दिव्य विरासतकी हम कैसे जीवन द्वारा स्वल्प भी उपासना कर सकते थे |

महाभारत एक इतिहास - प्रदीप है ऐसा लेखक व्यास्जी का दावा है | १९ वीं सदी का भारत का इतिहास श्री अरविंद, श्री विवेकानंद, श्री लोकमान्य तिलक, श्री गाँधीजी , श्री विनोबाजी ने गीता प्रदीप से ही उज्वल रचा है |

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