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Husn Tabassum Nihan Ki Rachnaaon Me Vidroh Ke Swar / हुस्न तबस्सुम निहाँ की रचनाओं में विद्रोह के स्वर

Author Name: Roshan Zameer | Format: Paperback | Genre : Biographies & Autobiographies | Other Details

“हुस्न तबस्सुम निहाँ की रचनाओं में विद्रोह के स्वर” रोशन ज़मीर द्वारा रचित लेखिका हुस्न तबस्सुम निहाँ जी का जीवन-वृत्तांत है। इस पुस्तक में लेखिका हुस्न तबस्सुम निहाँ जी के जीवन, उनके व्यक्तित्व, रचनाओं आदि पर विभिन्न व्यक्तियों द्वारा लिखी गई समीक्षाएं, टिप्पणियां एवं साक्षात्कार आदि पर बात की गई। 

आशा करते है कि आप सभी इस पुस्तक के द्वारा एक अद्भुत लेखिका के जीवन के विषय मे जान सकेंगे।

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रोशन ज़मीर

लेखक रोशन ज़मीर का जन्म 4 फरवरी 1978 को उत्तर प्रदेश के जनपद बहराइच के छोटे से कस्बे  नानपारा में हुआ। इनके पिता का नाम श्री अलीशेर तथा माता का नाम श्रीमती असमा है। रोशन ज़मीर जी ने स्नातक, मुअल्लीम और  कंप्यूटर में डिप्लोमा किया हुआ है। ये मूलत्: गजल कार हैं, बहराइच के शायरों में इनका अच्छा मुकाम है। इन्हें शायरी का शौक बचपन से ही था। बाद में इन्होंने गद्य लेखन पर काम शुरू किया। काफी कहानियाँ विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं। कुछ अवधि उपरांत रोशन ज़मीर जी ने इतिहास लेखन की ओर रुख किया और उस पर खूब कलम चलाई। हाल ही में इनकी दो पुस्तकें प्रकाशित हुई हैं पहली - शरिक रब्बानी : अदब के आईने में और दूसरी शोध पुस्तक है - गंगा जमुनी तहजीब का प्रतीक : रियासत नानपारा (एक ऐतिहासिक दस्तावेज)। इनकी रूचि गायन और अभिनय में भी है, जिसमें वह बराबर भाग लेते है। समाज सेवा में रूचि होने के कारण ये कई सामाजिक संस्थाओं से भी जुड़े हुए हैं।

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