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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Pal"इसलिए" निकुंज द्वारा लिखी गई कुछ कविताओं का संकलन है।
इन कविताओं द्वारा निकुंज आपको, जो पाठक हैं, एक स्वप्निल दुनिया में ले जाना चाहता है। कभी वो दुनिया राजनीति के इर्द-गिर्द घूमेगी, कभी मन के भावों की जो गेंद हैं - उसके जैसी अस्थिर होगी।
कभी प्यार से सराबोर, कभी उसी प्यार से दूर भागती हुई। कभी अपने ही शब्दों का विरोधाभास करते हुए, कभी उनके समर्थन में।
कभी उस दुनिया से आप जुदा महसूस करेंगे, तो कभी आप खुद को उसमें समाहित पायेंगे।
निकुंज ये चाहता है कि किसी न किसी रूप में, ये दुनिया यथार्थ हो जाये। और इन कविताओं के माध्यम से वो इसी मनोकामना की अभिव्य्क्ति करने की एक कोशिश कर रहा है।
निकुंज इति माहेश्वरी
निकुंज 27 साल के युवा कवि हैं जो मौलिक रूप से भोपाल के रहने वाले हैं। इस समय निकुंज Michael Page के साथ कार्यरत हैं, और इसके पूर्व Google के साथ 4.5 साल काम किया। निकुंज ने दिल्ली विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातक प्राप्त करके Google के साथ काम शुरु किया। अशोका विश्वविद्यालय से निकुंज ने यंग इंडिया फ़ैलोशिप भी प्राप्त करी है।
निकुंज के प्रिय कवि हैं महादेवी वर्मा, प.माखनलाल चतुर्वेदी एवं राबर्ट फ़्रास्ट।
वे अपनी माँ श्रीमती इति को भी अपना प्रेरणास्त्रोत मानते हैं जो स्व्यं कवितायें लिखती हैं।
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