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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palहर किसी का सपना होता है कि आगे जाकर वह भरपूर पैसे कमाए, अपने परिवार के साथ खुश रहे। पर कुछ चंद लोग होते है जो अपने सुख को त्यागकर दूसरों के सुख और सुरक्षा के बारेमे सोचते है, जो भारत माँ की रक्षा करना अपना प्रथम कर्तव्य समझते है। भारतीय दल के सैनिक अपने रिश्ते, परिवार छोड़ कर वतन के लिए सरहद पर मुश्किल हालातों में रहते हैं दुश्मनों से लड़ते हैं, जरूरत पड़ने पर अपने जीवन की आहुति देते हैं और हमें सुरक्षित रखते हैं। हम अपने रोज के दिनक्रम में इतना व्यस्त रहते हैं कि इन सब बातों पर हमारा ध्यान सिर्फ तब जाता हैं जब हम अख़बार या टेलीविज़न पर इसके बारे में खबरें पढ़ते हैं या देखते हैं।
इसी को मध्यनजर रखते हुए हमारी अगली प्रस्तुति " जाँबाज हिन्दुस्तान के " हम प्रकाशित करने जा रहे हैं।
इस कविता संग्रह में विविध शहरों के सह लेखकों ने एकत्रित आकर अपने विचार साझा किए हैं। इसे जरूर पढ़ें ।
शुभम् यावलकर
शुभम यावलकर महाराष्ट्र राज्य के मुंबई में रहने वाला हैं। 16 साल की उम्र में कई सारे मेडल और स्कॉलरशिप उसने प्राप्त की हैं। कंप्यूटर और कोडिंग उसके पसंदीदा विषय हैं। स्वभाव से शांत और कम बोलने वाला होने के बावजूद उसमे एक उम्दा उद्योजग होने की सारी शैलिया हैं।
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