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Jhambhkal ke geet harjas v aarti / जंभकाल के गीत, हरजस व आरती

Author Name: Rajkumar godara bishnoi | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

इस पुस्तक में गुरू जाम्भोजी के शिष्यों द्वारा रचित मूल हरजस, गीत व आरतियों का संकलन कविनाम व अनुमानित जीवनकाल के साथ पृथक पृथक दिया गया है। इसमें 10 कवियों के 32 हरजस, 14 गीत और 5 आरतियां दी गई है-  
1.आलमजी अग्रवाल (वि.सं. 1530-1610)(12 हरजस)
2.उदोजी नैण (वि.सं. 1505-1593) (8 हरजस व 4 आरती)
3.रविदासजी धतरवाल (वि.सं. 1530-1600)(3 हरजस)
4.दीन महमंदजी (वि.सं. 1525-1600)(4 हरजस)
5.आसनोजी भाट (वि.सं. 1500-1600)(1 हरजस)
6.कान्होजी बारहट (वि.सं. 1500-1580)(1 हरजस व 1 गीत)
7.तेजोजी चारण (वि.सं. 1480-1575)(1 हरजस व 12 गीत)
8.पदमोजी (वि.सं. 1500-1555)(1 हरजस व 1 आरती)
9.रहमतजी (वि.सं. 1550-1625)(1 हरजस)
10.अल्लूजी कविया (वि.सं. 1520-1620)(1 गीत)

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राजकुमार गोदारा विशनोई

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