Share this book with your friends

jivan me aage badhiye / जीवन में आगे बà¥à¤¿à¤¯à¥‡

Author Name: Dr. Lalit Mohan Gupta | Format: Paperback | Genre : Literature & Fiction | Other Details

जीवन में लोगो के सामने कई परेशानियां आती है, परेशानियां का आना सà¥à¤µà¤¾à¤­à¤¾à¤µà¤¿à¤• है। जीवन बिना परेशानियों के असंभव है, इंसान का जनà¥à¤® भी कई कठिनाईयों के बाद ही होता है। 

समसà¥à¤¯à¤¾à¤à¤‚ आये तो जीवन में कई लोग थक हार कर बैठ जाते है, परनà¥à¤¤à¥ जीवन रà¥à¤•à¤¨à¥‡ के लिठनहीं बना है। जीवन में समय किसी के लिठनहीं रà¥à¤•à¤¤à¤¾, यदि किसी अपने की मृतà¥à¤¯à¥ भी हो जाये तब भी यह नहीं रà¥à¤•à¤¤à¤¾à¥¤ जीवन के दोनों पहलॠहै सकारातà¥à¤®à¤• भी और नकारातà¥à¤®à¤• भी, सकारातà¥à¤®à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ इसे हर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में सकारातà¥à¤®à¤• रूप में देखते है, वहीं जो लोग नकारातà¥à¤®à¤• होते है वे हर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में नकारातà¥à¤®à¤•à¤¤à¤¾ ढूंढ ही लेते है।   

मानव जीवन का मिलना किसी सौभागà¥à¤¯ से काम नही है, इस जीवन को भरपूर जिया जाये और इसका दूसरों के लिठसरà¥à¤µà¤¶à¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤  उपयोग किया जाना जरà¥à¤°à¥€ होता है। 

जीवन की सारà¥à¤¥à¤•à¤¤à¤¾ निरंतर चलते रहने में है, कठिनाई तो आते ही रहती है, मायूस होकर रà¥à¤• जाना या फिर असफलता मिलने पर हारकर बैठ जाना इस आदत को बदला जा सकता है। जब हम जीवन को समà¤à¤¤à¥‡ है तब हम इसकी सारà¥à¤¥à¤•à¤¤à¤¾ को भी समठपाते है। 

जीवन à¤à¤• नदी है तो आप उसमे बैठे नाविक है, यदि आपकी मंजिल समंदर है तो रà¥à¤• जाने से काम नहीं चलेगा। मंजिल की चाहत है तो लगातार चलते रहना होगा।         

Read More...
Paperback
Paperback 200

Inclusive of all taxes

Delivery

Item is available at

Enter pincode for exact delivery dates

Also Available On

डॉ. ललित मोहन गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾

जीवन जीने की कला, तथा सफलता को कैसे पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करे यह डॉ ललित मोहन गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾ अपने सेमिनार में सिखाते है। डॉ ललित मोहन गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾ विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में पà¥à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ रह चà¥à¤•à¥‡ है, जहाठउनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन को संचालित करने के कई गà¥à¤£ विकसित किये। लोकवà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° की कला को सà¥à¤¦à¥à¤°à¥ बनाते हà¥à¤ जीवन के कई कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में सफलता हासिल कर चà¥à¤•à¥‡ डॉ ललित मोहन गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾ जीवन जीने के मंतà¥à¤° लोगों से साà¤à¤¾ कर चà¥à¤•à¥‡ है अपनी किताब 'जीवन और पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन मंतà¥à¤°' के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾à¥¤ डायनामिक मैमोरी गà¥à¤°à¥ डॉ ललित मोहन गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾ अपना नाम 'इंडिया बà¥à¤• ऑफ रिकारà¥à¤¡à¥à¤¸ ' में भी दरà¥à¥› करवा चà¥à¤•à¥‡ है। मैमोरी का अधिकतम इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² कैसे करे यह उनकी किताब पà¥à¤•à¤° समà¤à¤¾ जा सकता है। 
शà¥à¤°à¥€ गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾ à¤à¤• जाने माने पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤• वकà¥à¤¤à¤¾ है जो छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ तथा करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को अपनी बातों से जीवन जीने की कला सिखाते है। कलारीपयटà¥à¤Ÿà¥‚ को सभी मारà¥à¤¶à¤² आरà¥à¤Ÿ का जनक भी कहा जाता है। डॉ गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾ ने बेंगलà¥à¤°à¥ से कलारीपयटà¥à¤Ÿà¥‚ में निपà¥à¤£à¤¤à¤¾ हासिल की है वे यह मानते है की कलारीपयटà¥à¤Ÿà¥‚  à¤¨ सिरà¥à¤« à¤à¤• बेहतरीन यà¥à¤¦à¥à¤§ कला है, बलà¥à¤•à¤¿ साथ ही साथ यह जीवन जीने की कला भी सिखाती है।

Read More...

Achievements

+1 more
View All