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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Pal“काबिल” एक ऐसे नौजवान शिवा की कहानी है जो भारत के दूर-दराज गाँव में रहता है जहां मूलभूत सुविधाओं का अभाव है, जिसका बचपन घोर गरीबी में बीतता है | उसके माता-पिता को अपना परिवार चलाने के लिए पशुओं के गोबर से निकले हुए अनाज को खाकर भी अपने बच्चों का पालन पोषण करना पड़ता है| स्कूल में भी वह शिक्षक के अति कठोर व्यवहार को बर्दास्त करते हुए आगे बढ़ता है| वहीं शिक्षक के व्यवहार से दुखी होकर कई छात्र पढ़ाई छोड़ देते हैं पर वह हिम्मत नहीं हारता और अंतत: 12 वीं की परीक्षा में अपने स्कूल में प्रथम आता है | वह शहर पढ़ने जाता है |पिता का सपना है कि उनका बेटा पढ़ लिख कर किसी कॉलेज में प्रोफेसर बने पर उसका सपना है की वह लॉ की पढ़ाई कर न्यायाधीश बने | शहर जाने से पहले उसके पिता हिदायतें देते हैं की वह ईमानदारी से अपनी पढ़ाई पर ध्यान दे और अपना मन किसी लड़की के प्रेम-जाल में न भटकाए | पर वह शिवानी से प्यार कर बैठता है और उससे शादी करना चाहता है | क्या शिवा शिवानी से शादी कर पाएगा ? क्या शिवा लॉ की पढ़ाई कर न्यायाधीश बन पाएगा ? यह जानने के लिए पढ़ें लेखक का छठवाँ उपन्यास “काबिल”|
राम प्रताप सिंह
राम प्रताप सिंह भारतीय सेना, मैकनाइज्ड इनफेन्ट्री रेजीमेंट व सीमा सुरक्षा बल में एक सैन्य अधिकारी थे | उन्हे सैन्य सेवा का 36 वर्षों का अनुभव है| उन्होंने अंग्रेजी साहित्य, विधि,मानव अधिकार, बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, सायबर लॉ , लेबर लॉ में मास्टर्स डिग्री व डिप्लोमा हासिल किया है | सैन्य सेवा से मुक्त होने के बाद उन्होंने वकालत का पेशा भी अपनाया | अब वह अपना पूरा समय पठन-पाठन व लेखन में देते हैं | काबिल उनका छठवाँ उपन्यास है | लेखक से पत्र व्यवहार का पता –Email : rps1959@gmail.com Mobile No 91-7000153809.
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