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Khatta Meetha Bachpan / खट्टा मीठा बचपन बाल धारावाहिक

Author Name: Kusum Agarwal | Format: Paperback | Genre : Young Adult Fiction | Other Details

बचपन आज भी भोला और भावुक होता है लेकिन हम उन पर ऐसे-ऐसे तनाव और दबाव का बोझ डाल रहे हैं कि बच्चे कुम्हला रहे हैं। उनकी खनकती-खिलखिलाती किलकारियाँ बरकरार रहें, इसके ईमानदार प्रयास हमें ही तो करने हैं इसलिए यह ज़रूरी है कि हम कोमल बचपन की यादें सहेजें और उन्हें मुलायम-मुस्कुराता-लहलहाता बचपन दें। ताकि उनका नटखट रुप यूँ ही खटपट करता रहे, मीठे-तुतलाते बोलों से चहकता-महकता रहे।बस इसी प्रयास में रची गई है यह पुस्तक- खट्टा मीठा बचपन जिसमें एक आम नटखट बच्चे के जीवन में घटित घटनाओं के माध्यम से मनोरंजन है तथा छिपी हुई सीख भी।

लेखिका एवं संपादिका: कुसुम अग्रवाल
आवरण: पार्थो मोंडल 
चित्रांकन: गणेश

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कुसुम अग्रवाल

जन्म: अलसीसर, जिला झुंझुनू, राजस्थान 

शिक्षा: एम.ए. (अंग्रेज़ी) 

संप्रति-पिछले पैंतीस वर्षों से लगातार साहित्य सृजन में संलग्न। साहित्य की सभी  विधाओं- गज़ल, गीत, कविता, कहानी, लेख, डायरी, नाटक, आत्मकथा में लेखन व देश की प्रख्यात पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित।आकाशवाणी से भी रचनाओं का प्रसारण। 

प्रकाशित पुस्तकें : 

पिंकू के कारनामे (पंजाबी), गीत गुलशन (बाल गीत संग्रह), परंपरागत खेल (फ्लिप बुक), द मंकी एंड द ओल्ड वूमेन, मारू फिर कब आओगे (बाल उपन्यास), नानक वाणी, अभी ज़िंदगी और है (प्रौढ़ कथा संग्रह), बाल कथा संग्रह - कबूतर उड़ गए, अंत भले का भला, ग़ुब्बारों की एकता, राधा इस्कूल जावैगी (राजस्थानी), बाल एकांकी संग्रह - हम सब एक हैं ।

पाठ्य पुस्तकों में रचनाओं का प्रकाशन:

मधुप हिंदी पाठमाला- 2 में कविता "परंपरागत खेल", मधुप हिंदी पाठमाला- 4 में नाटक 'चाणक्य'

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