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khwahishse / ख्वाहिशें जो आँखों में दिखती है

Author Name: Hansika Parmar And Hindvi Swar Vartika | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

"ख्वाहिशें" नामक यह किताब प्रत्येक व्यक्ति की ख्वाहिशों को दर्शाती नज़र आ रही है। हर व्यक्ति की कुछ ख्वाहिशें होती है जिसे पूरा करना उसका सपना बन जाता है। "ख्वाहिशें" कुछ पूरी हो जाती हैं तो कुछ अधूरी ही रह जाती है। इस किताब के सभी लेखकों ने अपनी ख्वाहिशों को कविता के माध्यम से आप सभी के समक्ष रखा है । आप इस किताब को पढ़ने पर महसूस करेंगे की अरे यही तो है मेरी 'ख्वाहिशें'  जो मेरी आंखों में नज़र आती हैं।

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हंसिका परमार तथा हिंदवी स्वर वर्तिका

राजपूतों की भूमि पर जन्मी और पली-बढ़ी हंसिका परमार एक छात्रा हैं। होटल प्रबंधन संस्थान, अहमदाबाद से आतिथ्य और होटल प्रशासन में स्नातक की पढ़ाई की। वह लेखन में एक नौसिखिया है और नए अनुभवों की प्रतीक्षा कर रही है। उनके लेखन के अनुसार उन्हें धैर्य प्रदान करता है और उनकी आत्मा को शांत करता है। उसके पास एक हंसमुख आत्मा और एक दयालु हृदय है। उनके लेखन प्रकृति और जीवन की वास्तविकता, हाल ही में पहली नजर में प्यार और प्रेरणादायक से प्रेरित हैं।

वर्तिका पांडेय एक 20 वर्षीय युवा कवियित्री है । जो कविता को लिखने एवं उसके पाठन में रूचि रखती है। इन्होंने शिक्षा में स्नातक पूर्ण किया है । और स्नातक के तीनों वर्षों में सर्वाधिक अंक लाने पर इन्हें स्वर्ण पदक व student of the year की उपाधि से सम्मानित किया गया है। इनका एक यू ट्यूब चैनल है जिसका नाम "हिंदवी स्वर " है।

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