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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palये क़िताब मेरे जीवन में घटी एक मुलाक़ात का लेखा जोखा है । मेरे जीवन की भाग दौड़ उस रोज़ धीमी पड़ गयी, जिस रोज़ मैं इस मुलाकात का हिस्सा बनी। इस किताब में मेरे एहसास मेरी बातें मेरे ज़ेहन में चल रही हर एक सोच अपनी बात रखी गयी है....मैं चाहती हूं कि इसे पढ़ने वाले हर एक शक्श को ये बात समझ आये की जीवन में घटी हर एक घटना जरूरी होती है और कुछ घटनाएं और मुलाक़ात कब आपका जीवन बन जाये कहा नही जा सकता।। ऐसी ही एक घटना पर आधारित है ये किताब जिसके अंदर लिखी बातों का एक गहरा रिश्ता है हर उस इंसान के साथ जिनके जीवन मे उनकी किसी न किसी मुलाक़ात का एक गहरा असर उनकी रूह पर होगा।।
आर्ची
आर्ची दिल्ली की रहने वाली लेखक और एक व्यपारी है। अपने ज़िंदगी के हाल फिहाल को सही तरह से पिरोने और समझने के लिए लिखती है। उनका कहना है कि सोच जितनी अच्छी होगी उतना ही अच्छा चरित्र इंसान अपने आप मे ढाल देता है। ये अपनी सोच से आने वाले वक़्त में दुनिया की सोच को बदलना चाहती है और एक नए रंग रूप में काम करना चाहती है।।
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