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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palआपने पिछले भाग "इन्द्रधनुषी घोड़े" में पढा कि चन्द्रभान के पास आठ दिव्य अश्व थे जो कुछ ही समय में उन्हें भारत भ्रमण करा सकते थे । ये सभी विशेष गुण रखते थे । अब इस भाग में चन्द्रभान की भेंट दो दिव्य स्त्रियों से होती है जो किसी अन्य लोक या ग्रह से आयीं है । चन्द्रभान इनके ग्रह लौटने में इनकी सहायता करते हैं और उनके दिव्य अश्व उनका साथ देते हैं । देवियों ने चन्द्रभान को लौटने से पूर्व कुछ उपहार भी दिये । चन्द्रभान ने देवियों की किस प्रकार सहायता की व क्या उपहार अर्जित किये ? यह जानने के लिए पढिए "मदुषा और विनीषा "
कोमल टंडन
मेरा नाम कोमल टंडन है मुझे बचपन से कहानियाँ पढ़ने का शौक रहा है । बड़े होकर मैनें कहानियाँ लिखीं जिनमें से एक आपके हाथ में है । हमारे देश की सुंदरता यहाँ योग ध्यान व पौराणिक कथाओं से ही है । मैनें अपनी कहानी में इनका भरपूर प्रयोगा किया है और अपनी तरह से इन्हें समझने व समझाने का प्रयास किया है । आशा है आपको यह रचना पसंद आएगी । अपने ग्रंथोंं में लिखी बातों को समझने का सबका अपना नजरिया होता है । शायद आप भी मेरे नजरिये से इत्तेफाक रखते हों ................ धन्यवाद।
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