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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Pal'मुश्किल है अपना मेल प्रिये "
यह किताब मैं इस आश के साथ लिख रहा हूँ कि लोगो को ज्यादा से ज्यादा पसंद आये।
उसमे जो लड़का है वो बहुत ही ज्यादा गरीब परिवार से है और उसकी जो प्रेमिका है वो इसे किसी भी हालात में हासिल करना चाहती है तो लड़का उससे कहता हैं कि तुम इतनी अमीर और तुम्हारा रहन-सहन, उठना-बैठना, घूमना, खाना - पानी, महंगे शौक , फालतू खर्चे और मैं इतना गरीब कि मुझे कोई भी काम के लिए सौ बार सोचना पड़ता हैं और लड़का अपनी प्रेमिका से कहता कि - मुश्किल है अपना मेल प्रिये
प्रेमिका के बेपनाह मोहब्बत को देखते हुए लड़का जो भी बात करता है उसे कविता के रूप में प्रस्तुत हैं।
आज कल के नव जवान प्यार मोहब्बत में हाथ- धोकर पड़े है और इसी में मन में ख्याल आया कि इन सब से हट के कुछ अलग लिखने का प्रयास हो
यह मेरी पहली एकल लेखक पुस्तक है और इसमे होने वाली त्रुटियों के लिए क्षमा चाहता हूँ ।.
यह किताब उन सभी लोगो को पढ़नी चाहिए जिनकी उम्र 15 से 25 के आस पास है। ताकि उन्हें कुछ लिखने या फिर पढ़ने का आश जगे और आगे बढ़े
इस किताब का मकसद किसी युवा पीढ़ी को ठेस पहुँचाना बिलकुल नही हैं यह पुस्तक सिर्फ मनोरंजन के लिए लिखी गयी हैं।
अपना कीमती समय देने के लिए बहुत - बहुत आभार
आप ऐसे ही अपना प्यार बनाये रहे -
आपका अपना लेखक
- लवकुश गुप्ता
लवकुश गुप्ता
तुम जंगल की हिरनी हो मैं आदिवासी आखेटक प्रिये
तुम बादशाह की फैन हो ये लवकुश छोटा लेखक प्रिये
लेखक परिचय :-
★ ये है लवकुश गुप्ता
★ इनके पिता का नाम श्री राम पल्टन गुप्ता
★ माता का नाम श्री मती कबूतरा देवी हैं।
★ इनके कलम का नाम लव गुप्ता है और इनके इन्ही नाम से ज्यादा तर लोग इन्हें सोशल
मीडिया पर जानते है। ★ इनकी प्रारम्भिक पढ़ाई गाँव के ही सरकारी स्कूल से हुई।
★ इन्होने अभी कुछ वर्ष पहले ही उत्तर प्रदेश बोर्ड से इण्टरमीडिएट पास किया है तथपश्चात इन्होंने BSc. मे दाखिला लिया हैं।
★ इनका निवास स्थान- ग्राम& पोस्ट :- मोतीपुर जिला बहराइच (उत्तर प्रदेश) 271855
★ इन्होंने अभी तक 150 से ज्यादा किताबों में सह लेखक के रूप मे कार्य किया हैं।
★ इन्होंने लेखन का कार्य कुछ एक से दो साल से शुरू किया हैं।
★ किताबे :- तेरी मिट्टी, माँ मै तेरी परछाई, मैं बारिश और... उल्फत, द्रोपदी के कान्हा, हम आजाद है, ये बहार एक तरफा ये बारिश की बूंदे, मन की बातें, ये दिल बड़ा बेइमान है. इश्क वाला लव, आदि।
Army "The Pride of Nation"
KILIG, Warnth of Being Loved, The Friendship :- Our Second Self, School Days etc.
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