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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palप्रकृति ने मानव को जल, जंगल, जमीन का उपहार दिया ताकि वह इनके उपयोग से अपना जीवन यापन कर सके। प्रदूषण रहित पर्यावरण भी प्रदान किया।
मनुष्य ने जीवन की समृद्धि के लिए प्राकृतिक संसाधनों की महत्ता समझते हुए उनके संरक्षण के उपाय किये। इसके विपरीत स्वार्थ और लालच के कारण इनका विनाश करने के प्रयत्न भी किये जिसका परिणाम प्राकृतिक संतुलन बिगड़ने और वातावरण के प्रदूषित होने के रूप में हुआ।
कृषि, ग्राम विकास, पशुपालन और पर्यावरण से संबंधित विषयों पर लिखे गये इस निबन्ध संग्रह की उपयोगिता उन सभी के लिए है जो विद्यार्थी, चिंतक, नीति निर्माता और सामान्य पाठक हैं और प्राकृतिक संसाधनों के दुरूपयोग तथा सदुपयोग से परिचित होना चाहते हैं ताकि समय रहते सावधान हो सकें।
पूरन चंद सरीन
पत्रकारिता, लेखन और फिल्म निर्माण के क्षेत्र में पूरन चंद सरीन एक जाना पहचाना नाम है। भारत इंटरनेशनल न्यूज के माध्यम से पत्रकारिता और बीकेपी मीडिया विजन प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से फिल्म, धारावाहिक, रेडियो कार्यक्रम का निर्माण, निर्देशन और पटकथा लेखन का कार्य पिछले तीन दशक से कर रहे हैं। फिल्म सिटी नोएडा के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे हैं और आधुनिक स्टूडियो के निर्माण और संचालन में अग्रणी भूमिका के लिए जाने जाते हैं। अधिकतर डॉक्यूमेंटरी फिल्मों और टीवी धारावाहिकों का निर्माण किया है। पत्रकारिता में उनका सप्ताहिक स्तंभ न काहू से दोस्ती न काहू से बैर हिंदी समाचार पत्रों में सबसे अधिक पढ़े जाने वाले स्तंभों में से एक है। इस स्तंभ की शुरुआत स्वर्गीय सरदार खुशवंत सिंह के अंग्रेजी कॉलम "with malice towards one and all” के हिंदी रूपांतर से हुई थी। इस स्तंभ की लोकप्रियता को देखकर अब यह साप्ताहिक स्तंभ पिछले पांच वर्षों से पूरन चंद सरीन लिख रहे हैं जो हिंदी, उर्दू और पंजाबी के समाचारपत्रों में प्रकाशित हो रहा है।
यह पुस्तक जल, जंगल और जमीन से जुड़े कृषि, ग्राम विकास, पशु पालन और पर्यावरण तथा प्रदूषण पर प्रकाशित लेखों का संग्रह है। लेखन तथा फिल्म निर्माण के लिए देश के सभी प्रदेशों में भ्रमण करते रहे हैं और अपनी सटीक और विश्लेषणात्मक शैली के लिए पाठकों में अत्याधिक लोकप्रिय हैं।
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