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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palप्रकृति हैं। जुदाई पिटारा कलयुग में अपराध का बढ़ा अब इतना प्रकोप उनको रोको वरना ख़तम हो गएगा धरती माँ की कोख आज फिर से काँप उठी
देखो धरती माता की कोख |
मानव के जीवन में उसके अस्तित्व का आधार है प्रकृति!! पंच तत्व (पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश) से मिलकर बनी ईश्वर की अद्भुत रचना है प्रकृति..
प्रकृति अपने गर्भ में यूं तो अनेकों रहस्य छिपाए हुई है और देखा जाए तो पृथ्वी का कण-कण जादुई है सूर्य, चंद्रमा, तारे, भूमंडल सागर, नदियां, पेड़-पौधे पशु-पक्षी सभी खुद में रहस्य और जादु से भरे हुए है जिनके सानिध्य में मानव ने अनेक भोगों को भोगा और अपार आनंद एवं सुख के साथ बहुत कुछ सीखा भी है।
सुमन कुमार
सुमन कुमार ने जीवन के शुरुआती वर्ष बिहार में बिताने के बाद कोटा में अपनी पढाई पूरी की है। सुमन कुमार 15 वर्ष की उम्र से कविता एवं शायरी लिख रहे हैं और उनकी अधिक्तर कवितायें हिंदी और इंग्लिश में होती हैं, और जीवन और समाझ के दर्शन को उजागर करने की कोशिश करती हैं। सुमन अपने कविताओं का संकलन अपने इंस्टाग्राम- @ek _shayar_ke_bate पर कर रहे हैं। उनकी कुछ कवितायें और शायरी और video उनके Instagram पर भी देखी और सुनी जा सकती हैं। इन्होंने ने बहुत सारे बुक्स में काम किया है।
ये एक बुक रचनात्मक भी है। इनको आप सम्पर्क करने के लिए mail भी कर सकते है और Instagram पे भी सम्पर्क कर सकते है।
Mail- ekshayarkebate@gmail.com
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