You cannot edit this Postr after publishing. Are you sure you want to Publish?
Experience reading like never before
Sign in to continue reading.
"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palनया हौसला चिड़िया माँ का, बाल कविताओं का सुन्दर संकलन है.30से अधिक सुन्दर, प्रेरक बाल कविताओं को नयनाभिराम चित्रों के साथ मुद्रित किया है. ये सभी बच्चों को स्वस्थ मनोरंजन दे उनमें ऊर्जा, उत्साह व प्रेरणा का विकास करेंगी. गर्भवती चिड़िया पल पल प्रति दिन अथक श्रम, समर्पण, लगन से घोंसला बना कर अंडे दे उनके पालन पोषण का कार्य निरंतर दिन रात कर उनको बड़ा करती है, इसका कविता में मार्मिक चित्रण है. अन्त में जब बच्चे परिपक्व हो दूर आसमान में नये संसार की तलाश में अलग उड़ जाते हैं तब भी चिड़िया माँ निराश, हताश नहीं होती न बच्चों की शिकायत अपनों से करती है, वरन इसे सहजता से स्वीकार कर एक नये संसार के सृजन हेतु नये उत्साह, ऊर्जा व प्रेम से तैयार हो जाती है, यही इसका सौंदर्य है. अन्य सभी कविताएं मनोरंजक, प्रेरक व आनंद दायी, ऊर्जा प्रदायी हैं.
सुन्दर चित्रों द्वारा कृति को और आकर्षक व उपयोगी बनाया गया है.
सभी नन्हे मुंन्नो के माता पिताजी से अनुरोध है कि,अपने बच्चों को मोबाइल, कंप्यूटर, नेट की घातक जकड़ से छुड़वाकर उन्हें, आनंद, उल्लास व प्रगति का नया आसमान दिलाने में सहायक इस कृति का उपहार अवश्य दीजियेगा.
अरुण कुमार जैन
इंजिनियर अरुण कुमार जैन मानवीय संवेदनाओ के स्थापित रचनाकार हैं. विगत 50से अधिक वर्षों से इनकी कहानी, कविताओं, लघुकथाओं, अलेखों, उपन्यास व बाल रचनाओं का प्रकाशन देश भर की पत्र पत्रिकाओं में निरंतर हो रहा है.1982 से आकाशवाणी के रोहतक, छतरपुर, भोपाल, कटक, जबलपुर केन्द्रो से जुड़े श्री जैन की 1500से अधिक रचनाओं का प्रकाशन हो चुका है.
एक दर्जन से अधिक लोकप्रिय कृतियों के सृजक श्री जैन को भारत सरकार, रेल मंत्रालय, ओड़िशा शासन, महा प्रबंधक रेलवे के साथ साथ कई प्रतिष्ठा पूर्ण सम्मान मिले हैं.
कुशल मंच संचालक, शिक्षा, चिकित्सा व पर्यावरण हेतु समर्पित श्री अरुण जी भारतीय रेलवे में सिविल इंजिनियर की 37 वर्षों तक सेवा के उपरांत वर्तमान में देश के श्रेष्ठ अमृता हॉस्पिटल फ़रीदाबाद प्रोजेक्ट में विगत 5 वर्षों से क्वालिटी, सुरक्षा के प्रभारी हैं.
इनकी बाल कृतियों में प्रमुख राजा बेटा बाल उपन्यास, लोरी ठिठोली कविता संग्रहअंग्रेजी में राजा बेटा व अब नया हौसला चिड़िया माँ का विशिष्ट हैं.
इनका लिखा नाटक जहर बन गया, अमृत, आज भी सामायिक, उपयोगी व लोकप्रिय है
The items in your Cart will be deleted, click ok to proceed.