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Prasangik Prerna prakalp / प्रासंगिक प्रेरणा प्रकल्प

Author Name: Ashok Shrivastava | Format: Paperback | Genre : Others | Other Details

सेवा निवृत्ति के बाद अपनी दैनिक अनुभूतियों को निर्बाध कलम बद्ध कर संस्मरण के संकलन के परिवेश में सहेजना इससे अच्छा उम्र की इस परिपक्व वय का कोई सदुपयोग नही हो सकता है । इसे ही सार्थक करते हुए यह पांचवां संस्मरण संकलन पाठकों को समर्पित है । आशा है सुधि पाठकों का यथावत स्नेह इसे भी प्राप्त होवेगा । जैसे स्नेह पूर्व प्रकाशित  अहसास बने अल्फाज,सनातन संस्कार संस्कृति,सनातन प्रार्थना संग्रह एवम अहसास स्पंदन को प्राप्त हुआ है ।  जो नोशन पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित हुए हैं ।
अशोक श्रीवास्तव

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अशोक श्रीवास्तव

लेखक एक सेवानिवृत प्रबंधकीय कर्मी है जो अपनी इस परिपक्व वय के समय का सदुपयोग दैनिक कलापों आस पास के वातावरण के अनुभवों एवम अनुभूतियों को किंचित सहज सरल शब्द शिल्प में ढाल कर संकलित करने में करता है । समय समय पर ये ही उपक्रम संस्मरण एवम संकलन बतौर प्रकाशित होकर सुधि पाठकों के हाथों में पहुंचते हैं । इसी तारतम्य में यह मेरा पांचवां संस्मरण संकलन है जो नोशन पब्लिकेशन से प्रकाशित होकर पाठकों को समर्पित हैं ।अशोक श्रीवास्तव

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