You cannot edit this Postr after publishing. Are you sure you want to Publish?
Experience reading like never before
Sign in to continue reading.
Discover and read thousands of books from independent authors across India
Visit the bookstore"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palबाइबल की जो आयतें इस्लामी विश्वास के अनुसार मिलती-जुलती हैं उन्हीं को वह इस्लामी जगत के विद्वान कोट करके एकेश्वरवाद की बात बताते हैं। आज भी इस्लामी विद्वान बाइबल के बारे में कहते हैं कि अब उसमें मिलावट हो चुकी है क्योंकि उसमें कोई एकेश्वरवाद की शिक्षा नहीं रह गई है लेकिन अभी भी कुछ श्लोक बाइबिल के मौजूद हैं जो की एकेश्वरवाद की तरफ इशारा करते हैं। उन्ही वाक्यों को एकत्र करके इस पुस्तक में वह वाक्य दिए गए हैं जिसमें इस्लाम के विश्वास से मिलते जुलती आयतें हैं। लेकिन मैंने खुद पढ़ा व देखा है कि बहुत सी बाइबल की आयतों में आपस में ही मतभेद उत्पन्न करते हैं क्योंकि जो आयतें इस पुस्तक में कोट है वह शुद्ध एकेश्वरवाद की है लेकिन कुछ आयतें हैं जो की लगता है कि वह बाद में संकलन कर ली गई है।
आप खुद पढ़ कर अवलोकन करें, यदि और कोई शुद्ध आयतें एकेश्वरवाद की तरह तो कृपया बताएं
धन्यवाद
अब्दुल वहीद
मेरा नाम अब्दुल वहीद है, मेरे पिता का नाम स्वर्गीय हाजी उबैदुर्रहमान है व माता का नाम जैबुन्निसा है। मैंने बचपन से ही वैज्ञानिक विचारधारा को पसंद किया है और शांत स्वभाव व पुस्तकों से लगाव रहा है। जिससे मेरी रोज जिज्ञासा रुचि निरंतर नए-नए खोजो की जानकारी में प्रयुक्त रहा है। मैं B.Sc करते समय पालीटेक्निक में सेलेक्शन हो गया था, लेकिन दुर्भाग्यवश अधूरा रह गया था क्योंकि पिता और भाई का सड़क दुघर्टना में सर्वगवास हो गया था
मेरे पिता जी की दो बातें जो, मेरे जीवन के लिए अत्यंत अनमोल ह
प्रथम– इमानदारी से कमाओ झूठ का सहारा मत लो,
दूसरा– अन्न की इज्जत करो और जितना खाना हो उतना ही लो।
इसलिए घर की जिम्मेदारी, फिर बाद में विवाह हो जाने के कारण शिक्षा अधूरी रह गई । फिर भी हिम्मत नहीं हारा और आज आपके सामने मेरे विचारों के रूप में पुस्तक उपलब्ध है । मेरे लेख प्रसिद्ध पत्र-पत्रिकाओं में भी छप चुके हैं। यदि कोई जानकारी अधूरी रह गई हो तो कृपया जरुर अवगत कराये ।
पुस्तक पढ़ने के लिए
धन्यवाद,
The items in your Cart will be deleted, click ok to proceed.