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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palएक ऐसी किताब जहां मौका दिया गया है प्रत्येक लेखक को उनके मन की भावना को कविता के शब्दों के रूप में संजोने का। जिससे वे अपने जीवन के चंद पलों को दुनिया के समक्ष विस्तृत रूप में प्रस्तुत कर सके और अपना नजरिया प्रकट कर सकें। हमने प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से सफलतम प्रयास किए है कि इस पुस्तक के जरिए पाठक अपनी भावनाओं को जीवंत कर सके और कहीं ना कहीं स्वयं को इसकी कविताओं से मेल कर पाएं। यह केवल एक पुस्तक नहीं बल्की भावनाओं का सरोवर हैं, इस पुस्तक में अंकित शब्दों को पढ़ने वाले व्यक्ति को इससे निश्चित ही जुड़ाव महसूस होगा।
अनुष्ठी सिंह & दर्शिका मोरे
अनुष्ठी सिंह है एक विद्यार्थी है और साथ साथ एक लेखिका भी। इन्हें अपने विचारों को कागज पर उड़ेलना बखूबी आता है यदि आपको इनकी कविताएं व रचनाएं पसंद आए तो इन्हें इंस्टाग्राम पर अनुकरण करें @readable__emotions
नागपुर, महाराष्ट्र की दर्शिका मोरे एक शौकिया लेखिका हैं। वह आमतौर पर प्यार, टूटे हुए दिल, उपचार, आत्म-प्रेम के बारे में लिखती है जो मुख्य रूप से प्रेरित करती है, जीवन के बारे में एक कहानी बताती है और हवा में ज्वलंत भावनाओं के रंग बिखेरती है। वह 25 से अधिक एंथोलॉजी में सह-लेखक हैं, उनमें से कई संकलित हैं और अभी भी कई प्रक्रिया में हैं। वह अपने रंगीन शब्दों से कागज के कैनवास को रंगना पसंद करती है। उन्होंने सोलेस्ड पेंटालेस कम्युनिटी की स्थापना की, जो नवोदित लेखकों को बढ़ावा देती है और उन्हें अपने काम को एंथोलॉजी और एकल पुस्तकों में प्रकाशित करने में मदद करती है। आप उनकी कविताओं, उद्धरणों, सूक्ष्म कथाओं और पुस्तकों को इंस्टाग्राम पर देख सकते हैं या Google सर्च बॉक्स में 'दर्शिका मोरे' या 'दर्शिका मोरे बुक्स' टाइप करके देख सकते हैं।
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