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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palनमस्कार ! दोस्तो, मैं संदीप कुमार 'विश्वास' अपना यह तीसरा 'एकल संग्रह' 'रेणु जी की यादें', मेरे अपने दादा स्वर्गीय फणीश्वरनाथ रेणु जी को समर्पित कर रहा हूँ। इस पुस्तक का नाम भी मैंने अपने दादा फणीश्वरनाथ रेणु जी के नाम पर रखा है, उनके नाम से पुस्तक का नाम इसलिए रखा मैंने क्योंकि इस पुस्तक में मेरी अनेक रचनाएँ 'दादा' जी से संबंधित है, और उनकी यादों को इस संग्रह में अपनी रचनाओं के माध्यम से मैंने सहेजने का प्रयास किया है। दादा' जी तो अब इस दुनिया में नहीं रहे, पर उनकी यादें ऐसे व्यर्थ में जाने नहीं दूँगा, इसलिए मैं उनकी यादें आप सभी साहित्य प्रेमियों के बीच अपने इस 'एकल संग्रह' के' माध्यम से शेयर कर रहा हूँ। मेरी यह पुस्तक मैं अपने दादा स्वर्गीय फणीश्वरनाथ रेणु जी को, तमाम साहित्य प्रेमियों को तथा समस्त, 'रेणु गाँव' के वासियों को समर्पित करता हूँ। आशा करता हूँ आप सभी पाठकों को मेरा ये तीसरा 'एकल संग्रह' 'रेणु जी की यादें' बेहद पसंद आएगा, अपना स्नेह सदैव बनाए रखिएगा।
धन्यवाद एवं आभार आप सभी का।
✍ संदीप कुमार 'विश्वास'
संदीप कुमार 'विश्वास'
नाम : संदीप कुमार 'विश्वास'
पिता : दिलीप कुमार 'विश्वास'
शिक्षा : फारबिसगंज कॉलेज से बी.ए. तक की पढ़ाई।
व्यवसाय : मैं किसान परिवार से हूँ एवं खेती करता हूँ।
निवास : रेणु गाँव औराही, हिंगना, फारबिसगंज, अररिया
प्रकाशित एकल संग्रह : 'मेरा प्यारा रेणु गाँव औराही' व
'साहित्य की नगरी'
प्राप्त सम्मान : मुझे 'काव्यधारा प्रकाशन' से 'साहित्य भूषण सम्मान' तथा मध्य प्रदेश के 'कविता स्वर सरगम’ से मुझे 'श्रेष्ठ रचनाकार' का सम्मान और भागलपुर बिहार से 'तीस्ता प्रकाशन', 'कविता कानन पत्रिका' से "शब्द श्री" सम्मान एवं 'जे. ई. सी. प्रकाशन' द्वारा रचनाओं के प्रकाशन का 'प्रमाण पत्र' तथा 'संगम पब्लिकेशन' कोटा राजस्थान से 'संगम साहित्य सम्मान', ‘काव्य संगम सम्मान’ व 'प्रशस्ति पत्र' प्राप्त, बहादुरगढ़ झज्जर (हरियाणा) से 'श्रीमती फूलवती देवी साहित्य सम्मान' से सम्मानित किया गया है। मेरी रचनाएँ निरंतर किसी न किसी पत्रिका से प्रकाशित होती रहती है। मैं कथाकार फणीश्वरनाथ रेणु जी के गाँव औराही हिंगना का रहने वाला हूँ।
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