Share this book with your friends

Rishta / रिश्ता

Author Name: Praeen Bahl | Format: Paperback | Genre : Literature & Fiction | Other Details

★ 'झूठ' । सहसा चन्दा बाई चिल्ला उठी । "शराब, सिगरेट, एकान्त और यह चेहरा मैं तुम्हारा देख रही हूं, यह सब क्या है ? तुम आज तक उसको अपने जेहन से उतार नहीं सके हो । तुम्हारी दशा चलती-फिरती लाश सी है और तुम अभी तक अविवाहित हो। तुमने किसी और लड़की से विवाह क्यों नहीं कर लिया ?"

★ "मैं नाचूंगी... केवल इसीलिए ताकि कलियुग को एक कदम और आगे ले जा सकूँ। लोगों की रात की रानी बन कर उन्हें वासना पूर्ण नींद दे सकूँ और तुम्हें ढेर सारे पैसे ताकि तुम इन बदमाशों को पाल सको ।"

★ दो शरीर एक साथ एक ही चितागाह में जल रहे थे ताकि दो आत्माओं का मिलन सम्भव हो सके।

इसी उपन्यास में से....

Read More...
Paperback
Paperback 150

Inclusive of all taxes

Delivery

Item is available at

Enter pincode for exact delivery dates

प्रवीण बहल

पिता : डॉ. मदनलाल बहल


व्यवसाय : रिटायर्ड मैनेजर (इंडियन ओवरसीज बैंक) कॉलेज लाइफ से ही इन्हें अच्छी रचनाएँ लिखने का शौक था। कॉलेज मैग्जीन में ही इनकी कविताएँ, लघुकथाएँ पंजाबी और संस्कृत भाषा में प्रकाशित होती रहीं। 1980 में इन्होंने भारतीय विकलांग संघ कल्याण बनाकर विकलांगों की सेवा की और फिर हरियाणा विकलांग क्रिकेट एसोसिएशन के माध्यम से विकलांग खेलों को मान्यता दिलवाने की कोशिश की ।


भारतीय विकलांग कल्याण संस्थान ने इनकी कई पुस्तकों का प्रकाशन किया जिनमें 'रिश्ता', ठुकराती राहें (उपन्यास) प्रकाशित हुईं, साथ ही इनकी रचनाएँ रेडियो पर भी प्रकाशित होती रहती हैं।


प्रकाशित कृतियाँ : रिश्ता, ठुकराती राहें (उपन्यास), दिशा, खामोशी, कुवैत में (काव्य संकलन), आँसू बहते रहे, टूटे हुए सपने, जलते चिराग आदि । कुछ पल अन्य उपयोगी पुस्तकें : 1. नवीन फर्स्ट एड, 2. फर्स्ट एड, 3. सिविल डिफेंस, 4. दीया जलाए कौन बैठा है, 5. यह कैसे आदि । बाद में समय समय पर इनकी रचनाएँ एवं काव्य संकलन भी प्रकाशित होते रहे हैं। 


प्राप्त सम्मान : 1980 मैं इन्हें भारत के राष्ट्रपति महोदय ने नेशनल अवार्ड से सम्मानित किया, हरियाणा सरकार से दो बार जिला स्तर पर एवं 6 बार बड़े-बड़े पुरस्कार मिले हैं।


आपके संघर्ष भरे जीवन पर 600 पेज की एक जीवनी भी लिखी गई है।


पता : 94 सेक्टर 4, गुरुग्राम (हरियाणा)

Read More...

Achievements

+6 more
View All