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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palरॉकेट लक्ष्मी एक ऐसी ही लड़की की कहानी है जिसे बचपन से ही ऐसी शिक्षा और संस्कार दिए गए कि वह कुंठित होकर रह गई | उसके पिता ने उसकी प्रतिभा को नहीं पहचाना और अपने पागलपन से भरी शिक्षा और संस्कार उस पर जबरन थोपते रहे | लक्ष्मी की माँ भी एक कुंठित महिला थी जो पति के अत्याचारों का शिकार बनी पर समाज की झूठी मान मर्यादा का लबादा ओढ़ कर पत्नी धर्म निभाती रही और मन ही मन घुटती रही | उसने उन्ही कुसंस्कारों के बीज अपनी बेटी के दिलों-दिमाग में भी बो दिए |उसने अपने बेटी को गृहस्थ जीवन के ऐसे गुर सिखाए कि बेटी ससुराल जाते ही उन्हे पति और सास ससुर पर आजमाने लगी | नतीजा दोनों परिवारों के संबंधों में कड़ुआहट, विवाद और उसका पारिवारिक जीवन तहस नहस हो गया | उसने अपने साथ साथ अपनी बेटी और पति का जीवन भी बर्बाद कर दिया |क्या ऐसी लड़कियों का जीवन सुखमय और शांतिमय हो पाएगा ? rps1959@gmail.com Mobile No 91-7000153809.
राम प्रताप सिंह
राम प्रताप सिंह भारतीय सेना, मैकनाइज्ड इनफेन्ट्री रेजीमेंट व सीमा सुरक्षा बल में एक सैन्य अधिकारी थे | उन्हे सैन्य सेवा का 36 वर्षों का अनुभव है| उन्होंने अंग्रेजी साहित्य, विधि,मानव अधिकार, बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, सायबर लॉ , लेबर लॉ में मास्टर्स डिग्री व डिप्लोमा हासिल किया है | सैन्य सेवा से मुक्त होने के बाद उन्होंने वकालत का पेशा भी अपनाया | अब वह अपना पूरा समय पठन-पाठन व लेखन में देते हैं | रॉकेट लक्ष्मी लेखक का सत्रहवाँ उपन्यास है|
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