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Samvedana / संवेदना

Author Name: Jagbir Singh Gagan | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

हमारे जीवन में पुस्तकों का बहुत महत्व है। इनसे हमें ज्ञान प्राप्त होता है। पुस्तकें  जीवन के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इनसे हमें ज्ञान प्राप्त होता है। हर क्षेत्र की विस्तृत जानकारी हासिल कर सकते हैं। पुस्तकें एक अच्छे मित्र की भूमिका निभा सकती हैं।  नए विचार ,  नए तथ्य ,  नए शब्द ,  समस्याओं के समाधान  पुस्तकों के माध्यम से हासिल किए जा सकते हैं।  पुस्तके हमारे जीवन में एक कुशल पथ प्रदर्शक की भूमिका निभा सकती हैं। हमारे सामाजिक , मानसिक और आर्थिक स्तर को बेहतर बना सकती हैं।  निराशा में आशा देती है, साहस देती हैं ,  प्रेरित करती हैं !
इस पुस्तक में लेखक ने मनोभावों को व्यक्त किया है।  जिनसे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा। और कुछ गजलें हैं जो हृदय को छूती हुई उम्दा एहसास कराती है।

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जगबीर सिंह “ गगन “

जगबीर सिंह (  गगन ) का जन्म  हरियाणा के सोनीपत जिले के जठेड़ी नामक गांव में एक साधारण परिवार में हुआ।  इनके पिता का नाम श्री प्रभु दयाल व माता का नाम श्रीमती रामकौर देवी था?

इनकी प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही हुई। तथा बाद में पढ़ने के लिए सोनीपत चले गए।  बचपन से ही इनका जीवन काफी संघर्षमय  रहा।  इन्होंने बारहवीं कक्षा से काव्य लिखना प्रारंभ किया?  ये एक भावनात्मक आशावादी कवि हैं।  सहज,  सरल व सुंदर शब्दावली का प्रयोग किया। काव्य को आकर्षक बनाने के लिए अलंकारों का भी प्रयोग किया गया है  इनका व्यक्तित्व उनकी रचनाओं में महसूस किया जा सकता है !   इनकी रचनाओं में  देशप्रेम , श्रंगार व वियोग देखने को मिलता है !

इंदौर समाचार पत्र में इनकी रचनाएं प्रकाशित हो चुकी हैं !  इनकी रचनाएं  " कमबख्त दिल " " दीवाना व सादगी "  को " दैनिक  वर्तमान अंकुर  " में  स्थान मिला तथा वर्ष 2018 में "   " चित्रांश सेवा समिति  लखनऊ "  द्वारा इन्हें सम्मानिता किया गया ।

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