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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palएक बार थॉमस अल्वा एडिसन अपनी स्कूली पढ़ाई कर रहे थे l उस समय उनके टीचर उनके प्रतिभा को समझ न पाने के कारण उनकी मां को एक पत्र लिखा l उस पत्र में यह लिखा गया था कि आपका पुत्र दिमागी रूप से कमजोर है l इसको इलाज की जरूरत है l जब उनकी मां को यह पता चला तो वह चिंतित हो गए, तभी अल्वा एडिसन ने पूछा कि क्या हुआ मां की तुम रो रही हो इस पत्र में क्या लिखा है l तभी उसकी मां बोली,इस पत्र में यह लिखा गया है कि आपका लड़का बहुत ही प्रतिभाशाली है इसके लिए हमारा स्कूल सक्षम नहीं है इसलिए आप अपने बच्चों को घर पर ही पढ़ाई है l एक बार थॉमस अल्वा एडिसन अपने घर के सारे पत्र-पत्रिकाओं को देखा तो उसमें यह कागज उनको प्राप्त हुआ और उन्होंने इस पत्र को पढ़ा l तब वह बहुत भावुक हो गए l इस घटना से हमें यह पता चलता है कि अगर हम किसी को बार-बार उसकी कमियों को दिखाते हैं तो उसके भीतर आत्मविश्वास की कमी होने लगती है अगर हम उस आत्मविश्वास को बढ़ने दें तो हम एक सफल इंसान बन सकते हैं l यही काम थॉमस अल्वा एडिसन की मां ने किया l मनुष्य का आत्मविश्वास ही उसको सफल बनाता है कभी भी मनुष्य को आत्मविश्वास की कमी नहीं होने देना चाहिए l अगर आत्मविश्वास की कमी होती थॉमस अल्वा एडिसन को तो वह कभी भी इतनी बड़ा अविष्कार नहीं कर पाता आज हम बल्ब का प्रयोग कर रहे है l इसमें थॉमस अल्वा एडिसन का बहुत बड़ा योगदान है l
नन्हे कुमार गौतम
ग्रामीण पृष्ठभूमि में पले बढ़े मूल रूप से देवरिया उत्तर प्रदेश के निवासी नन्हे कुमार गौतम studied दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय से की, नन्हे कुमार वर्तमान में शिक्षण कार्य कर रहे हैं l फेसबुक टि्वटर इंस्टाग्राम पर आए दिन अपना पोस्ट लिखते रहते हैं l फोन नंबर
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