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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palकहते हैं इंसान की पहचान उसके नाम से, उसके काम से होती है, पर मेरी, मेरी पहचान कपड़ों से, मेरी बातचीत करने के ढंग से हुई। इसीलिए तो लोगों ने नाम ना पूछ कर, यूं ही अंदाजा लगा लिया और मुझे गवार कह दिया।
किसी के लिए कुछ कहा तो नौकरी से निकाल दिया गया , भला ऐसी भी मैंने कर दी क्या खता?
किसी बेजुबा को मरता देख, उसे संभाला तो पागल कह लाया गया। लोगों का कचरा उठाया और बदले में उन्हें सफाई दी तो शुक्रिया करने की बजाय, मुंह के सामने से वह ऐसे नाक सिकोड कर चलते, जैसे मानो दुनिया भर की सारी मक्खियां मेरे मुंह पर ही भिन्न-भिन्न कर रही हो।।
यकीन मानिए मेरा, मुझे बुरा?
नहीं लगा उन्हें देखकर, बल्कि उनकी सोच को देखकर मैंने अपने आपको सोचने के लिए मजबूर कर दिया।
क्योंकि यह मेरी भावनाएं हैं जो इंसान ना सही पर बेजुबा समझते हैं, इसीलिए तो कुछ लोग अब मुझे “Senti Mental” कहते हैं।
अधीरा शाह
एक और तपस्या और अब सेंटीमेंटल, उपन्यास की लेखिका अधीरा शाह का जन्म 19 जनवरी 1987 को हुआ था; हरियाणा भारत की जाट लड़की, जो एक ऐसे परिवार में पैदा हुई थी जहाँ हर कोई राष्ट्र की सेवा करने के लिए भारतीय सेना से जुड़े रहे हैं।
उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा हैप्पी चाइल्ड स्कूल, हरियाणा से पूरी की। उन्होंने दिल्ली के एक मशहूर मैनेजमेंट कॉलेज नेताजी इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट से एम.बी.ए किया है।
अधीरा शाह स्क्रीन राइटर्स एसोसिएशन, मुंबई की सदस्य भी है।
Email Id: addhiraa.shah@gmail.com
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