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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palकिसी ने सच ही कहा है, दुनिया की सबसे सुन्दर वार्तालाप माँ और उसके नौनिहाल के बीच होती है। बच्चा जब अपनी तोतली आवाज में "माँ" बोलता है तो ऐसा लगता है कि एक नई संगीत फूट पड़ी हो, जिसे सुन "माँ" का हृदय अत्यधिक ही सुकून पाता है। मेरा मानना है कि बच्चे की तोतली आवाज में निकला "माँ" शब्द दुनिया की सबसे सुन्दर, सटीक एवं सजीव कविता है।
कविता अपने आप में कभी पूर्ण नहीं होती है, उसे पूर्ण बनाता है; पाठक! पाठक जब उसे पढ़ता है, उस कविता के हर्फ- दर-हर्फ को अपने जीवन से जोड़ने की कोशिश करता है, अपने अनुभवों में उसे ढूँढने की कोशिश करता है, उसे आत्मसात करता है; कविता तब ज्यादा सफल मानी जाती है। कोई भी कविता सिर्फ शब्दों, वाक्यांशों, अक्षरों और वर्णमालाओं से नहीं बनती है, अपितु यह भावनाओं का एक जीवंत संग्रह होती है, जो कवि के अंत: से निकलकर पाठक के मन में समा जाती है।
सूरज सिंह
सूरज सिंह एक ऐसी शख्सियत, एक ऐसी त्रिवेणी का नाम है जहाँ साहित्य, शिक्षण और विज्ञान तीनों का संगम होता है।
-श्री कृष्णा प्रसाद सिंह
एक तरफ तो ये Maths से M.Sc. और पटना के कई कोचिंग संस्थानों और विद्यालयों में शिक्षण का कार्य कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ साहित्य के क्षेत्र में भी इनका अरुणोदय हो रहा है। इनके शिक्षक दोस्तों को लगता है कि ये एक बेहतरीन कवि हैं तो वहीं इनके लेखक दोस्तों को लगता है कि ये एक बेहतरीन शिक्षक हैं। किसी भी चीज को देखने का इनका अपना एक विशिष्ट अंदाज है, जो इन्हें औरों से अलग करता है। शायद यही वह चीज है जो इनके शिक्षण और साहित्य दोनों को सुन्दर, सटीक और सहज बनाती है।
इन्होंने अपनी कविताओं में एक नई शैली का प्रयोग किया है । इनकी कवितायें शिकायत की शैली में लिखी हुई हैं । कहीं - कहीं ये शिकायत एक बालक के मासूम हठ जैसा लगता है, तो कहीं प्रेम में विकल् प्रेयसी जैसी, तो कहीं यह सशक्त रूप दिनकर और बाबा नागार्जुन की तरह सत्ता से भी करती है, तो वहीं जीवन के राग को आत्मसात करना भी सिखाती है ।
वर्तमान में लेखन और शिक्षण के अलावे ये काव्यम् सीरीज की पुस्तकों के संपादन और प्रकाशन का कार्य भी कर रहें हैं।
प्रकाशित पुस्तकें :
थोड़े अधूरे थोड़े पूरे अल्फाज, हर आईना झूठा है, कुछ टूटे ख्वाब, शिकायतें ,
मीत न मिला रे मनका, दो गली दूर
पुरस्कारें
1. बेस्ट सेलर ऑथर (अल्फाज) by Amzon.in
2. ग्लोबल एक्सीलेंस सम्मान by ICAN Foundation
3. ब्लू इंक सम्मान by Sri J.R. Manjhi( Ex CM of Bihar)
4. काव्य-भास्कर सम्मान by Dainik Bhaskar
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