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Talkhiya / तल्ख़िया

Author Name: Arvind | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

ज़िन्दगी हमेशा ख़ुशी नहीं देती,
पिछले कुछ साल अच्छे नहीं गए, बहुत अँधेरा देखा हमने। 

कुछ काम ऐसे किये जो करने ही थे, सही भी थे, पर हमारी नींदे छिन गयी। 

पर विपरीत वक़्त में पता चलता है की कौन किस हद तक आपके लिए हैं। 
खुश रहना है तो उम्मीद मत करो, खुद से भी और खुदा से भी।

वो कहते है ना... 

उनके बदलने की हैरत नहीं है दोस्त...
हम तो अपने यक़ीन पे शर्मिंदा हैं।। 

खुद को उन अंधेरो से निकलने में काफी वक़्त लगा, इन हालातों ने हमे काफी "तल्ख़" बना दिया था .. या शायद ... है  ।।

कुछ "तल्ख़िया" ... हमारे शब्दों में। 

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अरविन्द

अरविन्द नाम है हमारा, हम कोई कवि या शायर नहीं हैं , बस मैं में जो आता है, कागज़ पे उतार देते हैं। 
अच्छा लगता है ऐसा करना। 

वो क्या है ना .... 

सुकून मिलता है शायरी को कागज़ पे उतार कर ... 
की चीख भी लेता हूँ और आवाज़ भी नहीं होती। 

तो बस, ऐसे ही कुछ चीखें पेशे हैं। 

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