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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palभारत में भगवान संकल्प एवं आध्यात्मिकता कितना अधिक वैज्ञानिक है, ये बात आज भी बहुत कम लोग जानते हैं । संस्कृत भाषा के एक एक शब्द हो या शब्दों से बुने अक्षरों के समूह हों, हर एक में जीवन उपयोगी कई वैज्ञानिक गुण छिपे हुए हैं। इसी प्रकार भगवान 'श्रीराम' का भी नाम है । इस अकेले एक नाम लेने से प्रभु श्रीराम जी के एवं हनुमान जी के जो गुणों के बारे में विद्वतजन वर्णन करते हैं, हमारे अंदर भी प्रफ़ुल्लित होने लगते हैं और हम मन से, वचन से, कर्म से नकारात्मकता से सकारात्मकता की ओर बढ़ने लगते हैं ।
भागदौड़ एवं माया मोह से अत्यंत ग्रसित इस आधुनिक काल में सुश्री नेहा सिंह द्वारा इतने कम उम्र में 'राम' शब्द की वैज्ञानिकता एवं गुणों का वर्णन करते हुए एक ऐसा किताब लिखना अत्यंत सराहनीय कार्य है एवं युवा पीढ़ी के लिए अनुकरणीय है । ऐसा आचरण ही हमारे भारत के संस्कृति, आध्यात्मिकता एवं सनातन कर्म कर्तव्यों को जीवित रखने में एवं युवा पीढ़ी को सही दिशा में मार्गदर्शन करने के लिए प्रेरक बन सकते हैं ।
नेहा सिंह
गिनीज़ रिकार्ड धारी डॉ० नेहा सिंह, भारत की आध्यात्मिक राजधानी वाराणसी की एक बहुत ही प्रतिभाशाली कलाकार हैं| आपका जन्म महर्षियों की तपोस्थली बलिया उत्तर प्रदेश में हुआ है तथा माता जी गृहणी व पिता जी भारतीय सेना में कार्यरत हैं | आप काशी हिन्दू विश्वविद्दालय के वैदिक विज्ञान केंद्र के प्रथम सत्र की छात्रा हैं | आपने वाराणसी के महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ से ललित कला में स्नातकोत्तर करने के बाद भारतीय वैदिक ग्रन्थों, 'भगवद्गीता' तथा 'राम' आदि विषयों में अत्यंत रूचि होने के कारण काशी हिन्दू विश्वविद्दालय के वैदिक विज्ञान केंद्र से एक मेधावी छात्रा के रूप में अपना अध्ययन कर रही हैं ।
आपका नाम दो दो बार अलग अलग विश्व रिकॉर्ड में भी दर्ज है । सोलह लाख मोतियों से एक विशाल ‘’भारत का नक्शा’’ बनाकर पहली बार 'वर्ल्ड रिकॉर्ड्स इंडिया' में अपना नाम दर्ज किया और 449 फ़ीट कपड़े पर 38417 अँगुलियों के निशान से पूरा ‘’हनुमान चालीसा’’ लिखकर 'यूरेशिया वर्ल्ड रिकॉर्ड' में अपना दूसरा रिकॉर्ड दर्ज किया ।
आपने हाथ से बने चित्रों द्वारा विश्व का पहला 'दशोपनिषद्' का डिजिटल प्रिंटेड एल्बम भी बनाया है, जिसमें सरल शब्दों में 'दशोपनिषद्' का सारांश हिन्दी एवं अंग्रेजी में दिया हुआ है जो अत्यंत मनोहारी दृश्य एवं ज्ञान वर्धक प्रस्तुति है ।
आप एक चित्रकार के साथ साथ एक कुशल प्राणिक हीलर, लेखिका, कवियत्री, स्वच्छंद (स्वतंत्र) समाज सेविका, कला चिकित्सक, टैरो कार्ड रीडर आदि बहुगुणी प्रतिभा की भी धनी हैं |
आपको इंटरनेशनल बिज़नेस एसोसिएशन, नई दिल्ली द्वारा ’भारत गौरव रत्न’ सम्मान प्राप्त है । उत्तर प्रदेश में दैनिक जागरण एवं कई अलग अलग संस्थाओं द्वारा यू० पी० गौरव सम्मान, नारी शक्ति सम्मान, काशी शक्ति सम्मान, सशक्त नारी-सशक्त भारत सम्मान, यू०पी० गौरव अलंकरण, हनुमत कृपा भूषण सम्मान आदि अनेकों सम्मान से सम्मानित किया गया है |
आप दशोपनिषद् के अलावा 'राम नाम शास्त्र है', 'श्रीमद् संक्षिप्त गीता', 'उपनिषद् सारांश, ' वेद विद्या की वैज्ञानिकता', 'पंचतत्व विद्या' आदि पुस्तकों की भी लेखिका हैं ।
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