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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palमेरी यह पुस्तक सभी दोस्तों को समर्पित है और उनको ज्यादा समर्पित है जो मुझे भूल गए या छोड़कर चले गए। प्रेम मे अद्भुत क्षमता होती हैं। उसी क्षमता के कारण इस पुस्तक को पूर्ण करने में ज्यादा समय नहीं लगा। जो चले गए उनके लिए भी कविता लिखी है उनसे फिर मिलने की चाह अभी शेष है। दोस्ती और प्रेम से निकली आवाज को शब्दों में पिरोया और कविता के रूप मे सँवार दिया गया है जो प्रेम को अमरत्व कि ओर ले जाएगी।इसके बाद अब एक दूसरे को भूल पाना जितना कठिन था उससे भी ज्यादा हो गया है। दो दो पंक्तियों में जो बात कही गई वो तुम पर सटीक बैठती हैं। अनायास ही जो निकली थी जेहन से उनको मिलाकर बना दी एक किताब जिसे तुम पढ़ोगे फिर अंतर्मन में खो जाओगे। बस इतना कहना चाहूँगा कि इसे पढ़कर गीली कर दोगे और अहसास हो जायेगा कि प्रेम कभी मरता नहीं है।।
धन्यवाद।
ओम प्रकाश लववंशी ‘संगम’
लेखक ओम प्रकाश लववंशी 'संगम' कोटा राजस्थान में रहते हैं। संगम पब्लिकेशन के मालिक हैं। ये कवि, लेखक, शिक्षक, संपादक, प्रकाशक, ब्लॉगर, यू ट्यूबर हैं। इससे पूर्व दो पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। सात पुस्तकों का संकलन/ संपादन भी किया है। वेदांती साहित्य पत्रिका के संपादक, संस्थापक भी हैं। आपको लेखन के क्षेत्र में सौ से अधिक प्रमाण पत्र मिले हैं।
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